मनोरंजन

जानिए फाइनल राउंड से पहले पाकिस्तानी खिलाड़ी क्या कर रहे थे नीरज चोपड़ा के भाले के साथ?

 

डेस्क: टोक्यो ओलंपिक 2020 के फाइनल राउंड के पहले नीरज चोपड़ा का भाला कुछ वक्त के लिए गायब था। उन्होंने उसे ढूंढने की काफी कोशिश की लेकिन उन्हें वह नहीं मिला। फिर कुछ देर बाद उन्होंने अपना भाला पाकिस्तानी खिलाड़ी अरशद नदीम के पास देखा। तब अरशद से अपना भाला वापस लेकर नीरज ने अपना पहला थ्रो जल्दबाजी में किया।

यह सब “गोल्डेन बॉय” नीरज चोपड़ा ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था। गोल्ड मेडल जीतने वाले दिन मैच से पहले राउंड में वह अपना भाला नहीं खोज पा रहे थे। तब उन्होंने अपना भाला अरशद नदीम को लेकर घूमते हुए देखा। भाला मांगे जाने पर अरशद ने उन्हें दे तो दिया लेकिन इस वजह से नीरज चोपड़ा अपने पहले थ्रो के लिए देर हो गए।

फाइनल मैच के पहले राउंड में हड़बड़ाए नीरज

जिस किसी ने भी नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन को लाइव टीवी पर देखा उन्होंने यह गौर किया होगा कि अपने पहले थ्रो के दौरान नीरज चोपड़ा हड़बड़ाए हुए थे। इसकी वजह अरशद नदीम का उनका भाला लेकर घूमना था। नीरज के इंटरव्यू के बाद से ही अब लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि अरशद नदीम नीरज के भाले के साथ क्या कर रहे थे?

लोगों को अरशद नदीम पर हो रहा है शक

कई लोगों को अरशद पर शक हो रहा है कि जरूर अरशद नदीम ने नीरज के भाले के साथ छेड़छाड़ किया होगा। बता दें कि अक्सर ही पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर खेल के दौरान टेपरिंग के आरोप लगते रहते हैं। ऐसे में अरशद नदीम का नीरज के फाइनल राउंड के पहले उनके भाले के साथ दिखना सभी के मन में सवाल उत्पन्न कर रहा है।

नीरज चोपड़ा ने खुद बताया क्या कर रहे थे अरशद

जब से नीरज चोपड़ा ने इंटरव्यू में यह बताया कि उनके थ्रो से पहले अरशद नदीम के पास उनका जैवलिन था, तब से ही लोग अरशद पर शक कर रहे थे। लेकिन नीरज चोपड़ा ने खुद एक वीडियो शेयर कर बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा सभी सोच रहे हैं। उनके अनुसार अरशद केवल अपने थ्रो की प्रैक्टिस कर रहे थे और ओलंपिक में ऐसा करना बिल्कुल स्वभाविक है। यह नियम के खिलाफ नहीं है।

अरशद को नहीं मिला था पाकिस्तान सरकार का समर्थन

नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने के बाद से ही पाकिस्तान के लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि नीरज चोपड़ा के ट्रेनिंग के पीछे सरकार ने काफी खर्च किया है। जबकि पाकिस्तानी खिलाड़ी को सरकार का कोई समर्थन ही नहीं मिला। बता दें कि भारत सरकार ने नीरज चोपड़ा के ट्रेनिंग के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। टोक्यो ओलंपिक से लगभग 400 दिन पहले भारत सरकार ने उन्हें विदेश में ट्रेनिंग के लिए भी भेजा था। साथ ही नीरज के लिए प्राइवेट कोच भी नियुक्त किया गया था जिसकी सैलरी करोड़ों में थी।

अरशद ने खुद जताया था अफसोस

एक न्यूज़ में इंटरव्यू के दौरान अरशद नदीम ने बताया कि कैसे सरकार पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बहुत कम समर्थन देती है। उनका कहना है कि पाकिस्तानी सरकार केवल क्रिकेट की दीवानी है। वह अन्य खेलों पर ध्यान भी नहीं देते। भारतीय खिलाड़ी अपने साथ फिजियोथैरेपिस्ट, स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट और ऑर्थोपेडिक सर्जन भी ले गए थे। जबकि पाकिस्तानी खिलाड़ियों के पास इनमें से कुछ भी उपलब्ध नहीं था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button