चीन को घेरने के लिए राजनाथ सिंह गये रूस
डेस्क: चीन के साथ तनातनी के बीच देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को रूस के दौरे निकल गये. इस बात की जानकारी ट्वीट के जरिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी. उन्होंने लिखा, ‘मैं तीन दिवसीय मॉस्को दौरे पर जा रहा हूं. रसिया की इस यात्रा से मुझे भारत और रूस के बीच सैन्य व अन्य रणनीतिगत साझेदारी को और मजबूत करने का मौका मिलेगा. मैं इस दौरान मॉस्को में 75वे विक्ट्री डे परेड में भी हिस्सा लूंगा.
Leaving for Moscow on a three day visit. The visit to Russia will give me an opportunity to hold talks on ways to further deepen the India-Russia defence and strategic partnership. I shall also be attending the 75th Victory Day Parade in Moscow.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 22, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है. इस दौरान वह भारत व रूस के के बीच रक्षा संबंधी विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे. साथ ही दोनों देशों के बीच चली आ रही लंबी दोस्ती का हवाला देते हुए वर्तमान परिस्थिति से भी अवगत करायेंगे.
आपको बता दें कि द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी के नाजियों पर रूस की जीत की 75वीं वर्षगांठ के जश्न में शामिल होने के लिए रूस की ओर से आमंत्रण आया था. इसी आमंत्रण को स्वीकार करते हुए रक्षा मंत्री रूस के दौरे पर पहुंचे हैं. वहां वह मास्को में आयोजित होने वाले जश्न में भी शामिल होंगे. इस दौरान एक परेड का भी आयोजन होगा.
गौरतलब है कि पिछले दिनों लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच में हिंसक झड़प हुई थी. उसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हुए थे. इसके बाद से जारी सीमा पर तनाव को देखते हुए राजनाथ सिंह का यह दौरा खासकर रूस में जो हमेशा से हमारे मित्र रहे हैं काफी आवश्यक और कारगर साबित होगा.
रक्षा मंत्री के इस दौरे में उनके साथ रक्षा सचिव अजय कुमार भी जा रहे हैं. साथ ही इस डेलिगेशन में तीनों सेना के अधिकारी जा रहे हैं, उन अधिकारियों के साथ सैनिकों की टीमें होंगी, जो विक्ट्री डे परेड में भी शामिल होंगे.
इस परेड में विभिन्न देशों की सेना को शिरकत करने के लिए बुलाया गया है. साथ ही विभिन्न राष्ट्रों के प्रतिनिधियों को भी शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया था.
माना यह जा रहा है कि रूस के आमंत्रण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन के नापाक इरादों से रूस को अवगत करायेंगे और चीन चौतरफा घेरने के लिए सहयोग की अपील करेंगे.