दर्द से कराह रही बेटी को कंधे पर लेकर 26 किमी पैदल चले वृद्ध पिता
इस तरह की दिक्कतें मुंबई सहित अन्य शहरों व ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रही
डेस्क: पिता अपनी संतान के लिए कुछ भी कर सकता है. वह किसी भी हद तक जा सकता है. खास कर तब जब उसकी जान खतरे में हो. गोवंडी के 60 वर्षीय बुजुर्ग ने इस बात को प्रमाणित कर दिया है. वह अपनी 19 वर्षीय बीमार बेटी को कंधे पर बैठा कर गांव से निकल पड़े और बेटी का इलाज करवा कर फिर गांव लौटे. इस दौरान उन्हें करीब 26 किलोमीटर बेटी को कंधे पर बिठा कर पैदल चलना पड़ा. हालांकि पिता की यह मेहनत रंग लायी और बेटी का इलाज हो सका.
मोहम्मद रफी (60) मुंबई के गोवंडी झोपड़पट्टी में रहता है. यहां गोवंडी बस्ती में कोरोना से हाहाकार मचा है. यहां सख्ती से लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है. सभी सेवाएं बंद हैं. सिर्फ कोरोना मरीज पर ही ध्यान दिया जा रहा है.
इसी बीच रफी की 19 वर्षीय बेटी के पेट में दर्द शुरू हो गया, जिससे वह कराह रही थी. जब कोई मदद नहीं मिली तो बेटी को कंधे पर बैठा कर अस्पताल की ओर चल पड़ा.
अस्पताल पहुंचते-पहुंचते रफी बेदम हो गये. इसके बाद डॉक्टरों ने उनकी बेटी को दवा देकर घर जाने की सलाह दी. हालांकि बेटी पैदल चलने की स्थिति में नहीं थी. ऐसे में रफी जैसे पैदल गांव से बेटी को कंधे पर लाद कर अस्पताल गये थे, उसी तरह बेटी को कंधे पर बैठा कर 26 किलोमीटर चल कर घर लौट आये.
ज्ञात हो कि लॉकडाउन के दौरान इस तरह की दिक्कतें मुंबई सहित अन्य शहरों व ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रही हैं.