हिंडनबर्ग के आरोपों का अडानी पर नहीं हुआ असर, इतनी हुई गौतम अडानी की कुल संपत्ति
डेस्क: जब से हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को एक रिपोर्ट प्रकाशित कर अडानी समूह पर कॉर्पोरेट गड़बड़ी और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाया गया था, तब से अडानी समूह को लगभग 10.4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चूका है। इसे स्टॉक मार्केट में सदी का सबसे बड़ा घोटाला बताया जा रहा है।
अडानी एंटरप्राइजेज ने अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए 820 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि एक साल पहले 11.63 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था, रिपोर्ट में कहा गया है। परिचालन से कंपनी का राजस्व पिछले साल के 18,757.9 करोड़ रुपये से 42% बढ़कर 26,612.2 करोड़ रुपये हो गया।
उन्होंने कहा, “पिछले तीन दशकों के साथ-साथ तिमाही दर तिमाही और साल दर साल, अडानी एंटरप्राइजेज ने न केवल भारत के सबसे सफल इन्फ्रास्ट्रक्चर इनक्यूबेटर के रूप में अपनी स्थिति को मान्य किया है, बल्कि एक कोर इंफ्रास्ट्रक्चर व्यवसाय के निर्माण का ट्रैक रिकॉर्ड भी प्रदर्शित किया है।”
मौजूदा बाजार में उतार-चढ़ाव अस्थायी : अडानी
अडानी ने आगे कहा “बाजार पूंजीकरण के मामले में समूह की सबसे बड़ी इकाई अडानी एंटरप्राइजेज ने वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के दौरान 740 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जो कि वर्षों में इसकी सबसे अधिक तिमाही कमाई है।
वित्त वर्ष 2023 में इसका लाभ 2 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बंदरगाहों, उपभोक्ता वस्तुओं और बिजली जैसे विभिन्न व्यवसायों को जन्म दिया है और उन्हें अलग-अलग सूचीबद्ध संस्थाओं के रूप में अलग कर दिया है।”
अडानी ने आगे कहा, “हमारी सफलता हमारे मजबूत शासन, सख्त नियामक अनुपालन, निरंतर प्रदर्शन और ठोस नकदी प्रवाह के कारण है।” साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा बाजार में उतार-चढ़ाव अस्थायी है।
ज्ञात हो कि 16 फरवरी को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर पिछले दिन के मुकाबले 1.28% बढ़कर 1,801.85 रुपये पर बंद हुए। लेकिन इतनी रिकवरी के बावजूद अडानी समूह स्टॉक अभी भी लगभग 45% नीचे है। वर्तमान में उनकी कुल संपत्ति 50.4 बिलियन डॉलर है।
गौतम अडानी की कुल संपत्ति
किसी भी देश के उद्योगपति उस देश की अर्थव्यवस्था को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। भारत में यही भूमिका गौतम अडानी की है। गौतम अडानी का जन्म 24 जून 1962 को अहमदाबाद, गुजरात में हुआ था। उन्होंने अहमदाबाद में शेठ चिन्नालाल नागिदास विद्यालय स्कूल में पढ़ाई की।
उन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय में वाणिज्य में स्नातक की डिग्री में दाखिला लिया लेकिन दूसरे वर्ष के बाद बाहर हो गए। इसलिए, अधिकांश अरबपतियों की तरह, वह भी एक कॉलेज ड्रॉपआउट हैं।
इन सभी उपलब्धियों के बावजूद, श्री अडानी बहुत विनम्र, जमीन से जुड़े और परोपकारी व्यक्ति हैं। बीते दिनों गौतम अडानी दुनिया के टॉप 5 अमीर लोगों में शामिल हो गए थे। अडानी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त उछाल की वजह से उनकी संपत्ति में यह उछाल देखने को मिला था। लेकिन अभी का दृश्य कुछ और ही है।
हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के प्रकाशन से पहले गौतम अडानी 113 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों की सूची में चौथे नंबर पर थे, लेकिन रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद से उनकी कंपनी के शेयरों में गिरावट के कारण गौतम अडानी की नेटवर्थ 68.8 अरब डॉलर हो गई है।