घर में नहीं है बिजली, ना है पिता का साया, इन परिस्थितियों में बकरियां चराकर रवीना ऐसे बनी टॉपर
डेस्क: राजस्थान के अलवर की बेटी रवीना गुर्जर ने यह साबित कर दिया सफलता पाने के लिए संसाधनों की जरूरत नहीं होती। राजस्थान के 12वीं बोर्ड की परीक्षा में रवीना दे 93% अंक लाकर न केवल दो ब्लॉक में टॉप किया बल्कि अपनी माता का सिर भी गर्व से ऊंचा कर दिया। बता दें कि 12 साल पहले ही रवीना के सर से पिता का साया उठ गया था।
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मोबाइल की रौशनी में करती है पढ़ाई
प्रतिदिन उसे बकरियां चराने के लिए जाना पड़ता था जिससे थोड़ी आय हो सके। घर में बिजली का कनेक्शन भी नहीं था इस वजह से रात में उसे मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में पढ़ाई करनी पड़ती थी। परेशानियों के बाद भी 93% अंक लाकर रवीना ने यह साबित कर दिया कि सफलता पाने के लिए संसाधनों की आवश्यकता नहीं होती। लक्ष्य को हासिल करने के रवीना के जुनून ने उसे मंजिल तक पहुंचाया।
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मां है दिल की मरीज
उस की मां भी दिल की मरीज हैं। रवीना अपनी बीमार मां के साथ-साथ दोनों भाई बहनों का भी ख्याल रखती है। बता दें कि उसकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण घर में बिजली का कनेक्शन भी नहीं है। वह सुबह उठकर घर के सारे काम करने के बाद खाना बनाकर बकरियां चराने के लिए चली जाती है। शाम को बकरियां चरा कर लौटने के बाद फिर से घर का सारा काम खत्म कर रात को मोबाइल की रोशनी में पढ़ाई करती है।
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मात्र ₹2000 में चलता है घर
उनके घर खर्च के लिए ₹2000 भारत सरकार के पालनहार योजना के तहत मिलती है। इन्हीं ₹2000 से रवीना को महीने भर का खर्चा निकालना पड़ता है। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के सहयोग से रवीना को पढ़ाई करने के लिए एक मोबाइल मिल सकी है जिसकी रोशनी में वह रात में पढ़ाई करती है। इलाके में कई बड़े प्राइवेट स्कूल होने के बावजूद सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली रवीना ने टॉप किया।
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पुलिस सेवा में होना चाहती है भर्ती
जब लोगों तक उसकी बात पहुंची तो इलाके के विधायक शकुंतला रावत ने उसके घर में बिजली का कनेक्शन देने के लिए प्रयास शुरू कर दिये हैं। हाल ही में जयपुर डिस्कॉम ने रवीना के घर तक बिजली का कनेक्शन पहुंचा दिया और 50 यूनिट बिजली प्रति माह मुफ्त में देने की बात कही। जब रवीना को पता चला कि वह दो ब्लॉक में टॉप कर चुकी है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने बताया कि वह बड़ी होकर पुलिस सेवा में भर्ती होना चाहती है।