जानिये कौन हैं टीएमसी से भाजपा में जानेवाले अरिंदम भट्टाचार्य (Arindam Bhattacharya)

डेस्क. पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फिर तगड़ा धक्का लगा. उनकी पार्टी से एक और नेता और विधायक ने नाता तोड़ लिया और भाजपा में शामिल हो गये. इस बार नदिया जिले के शांतिपुर विधानसभा इलाके के विधायक अरिंदम भट्टाचार्य ने ममता बनर्जी को झटका दिया. उन्होंने दिल्ली जाकर भाजपा महासचिव व बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के हाथों भाजपा की सदस्यता ले ली. मौके पर शाहनवाज हुसैन भी उपस्थित थे.
आइये जानते हैं कौन हैं अरिंदम भट्टाचार्य
अरिंदम भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल में नदिया जिले के शांतिपुर क्षेत्र के विधायक हैं. वह तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर 2016 में विधानसभा चुनाव जीते थे. उनका जन्म 28 जनवरी 1980 में हुआ था. वह पश्चिम बंगाल राज्य युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. वह पेशे से एक वकील हैं. वह एक शोधकर्ता, लेखक और सामाजिक उद्यमी हैं.
एक विधायक होने के अलावा वह कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से जुड़े हुए हैं, जैसे पार्लियामेंटेरियंस फॉर ग्लोबल एक्शन (PGA), ग्लोब इंटरनेशनल और यूनाइटेड नेशंस सिविल सोसाइटी. यहां वह लोकतंत्र, नागरिक अधिकारों और सतत विकास के लिए मजबूत वकालत करते हैं.
आखिर क्यों हुए भाजपा में शामिल, क्या कहा अरिंदम ने
बीजेपी में शामिल होने के बाद अरिंदम भट्टाचार्य ने कहा,” मेरे प्रदेश के लोगों के लिए अच्छा भविष्य मिले. युवा पाढ़ी को क्या देकर जाएं. आज जो स्थिति है. जिसको हमने सुधारने की कोशिश की. बार-बार सुझाव दिए गए. लेकिन कोई अर्थ नहीं निकला. आज बंगाल के यूथ के पास कोई भविष्य नहीं है. व्यक्ति पर आक्रमण है.
राजनीति है, लेकिन काम जीरो है.” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास कर रहा है. वह बंगाल के दूसरे लोगों से भी आह्वान कर रहे हैं कि वह बीजेपी में शामिल हों और बीजेपी को समर्थन करें. उन्होंने कहा कि वह पहले कांग्रेस में थे, लेकिन राज्य और अपने विधानसभा इलाके के विकास के लिए कांग्रेस से टीएमसी में शामिल हुए थे,लेकिन बार-बार अनुरोध और सुझाव के बावजूद विकास के लिए कदम नहीं उठाए गए. बंगाल में बेरोजगारी चरम पर है. युवाओं के पास रोजगार नहीं है.
बता दें कि इसके पहले ममता बनर्जी के मंत्री शुभेंदु अधिकारी टीएमसी के कई विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे. उसके बाद से लगातार टीएमसी में भगदड़ मची हुई है. लगातार टीएमसी के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.