फिर जेएनयू में आपत्तिजनक करतूत, लाइब्रेरी में नारेबाजी, हंगामा, पुलिस कर रही जांच

डेस्क: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) गुरुवार को फिर अपने छात्रों की हरकतों के कारण सुर्खियों में आ गया। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने आरोप लगाया कि छात्रों के एक समूह ने सेंट्रल लाइब्रेरी में घुस कर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कर्मचारियों के साथ आपत्तिजनक आचरण किया। आपत्ति जताने पर वहां मौजूद कर्मचारियों के साथ हाथापाई की, जिसके बाद पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। विश्वविद्यालय ने आरोप लगाया कि ये छात्र बीते दो दिन से पुस्तकालय पर कब्जा किये हुए हैं।
पुलिस ने कहा कि विश्वविद्यालय की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार घटना आठ जून को हुई और विश्वविद्यालय के मुख्य सुरक्षा अधिकारी की शिकायत पर बुधवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) इंगित प्रताप सिंह ने कहा, ”शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188, दिल्ली आपदा प्रबंधन अधिनियम व सार्वजनिक संपत्ति क्षति रोकथाम के तहत मामला दर्ज किया गया।”
पुलिस ने कहा कि अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। छात्रों और पुस्तकालय प्रमुख के बीच इस संबंध में बैठक भी हुई है। विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा, ”इस घटना ने पुस्तकालय के कर्मचारियों और यहां तक कि छात्रावासों में रहने वाले अन्य छात्रों के लिए खतरा पैदा कर दिया है।”
विश्वविद्यालय ने कहा, ”छात्रों के एक समूह ने आठ जून को सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई की और कांच का दरवाजा तोड़कर बी आर अंबेडकर पुस्तकालय के अंदर घुस गए। तब से पुस्तकालय पर कब्जा कर रखा है।”
बयान में कहा गया है कि छात्रों ने रात में भी पुस्तकालय खाली नहीं किया। विश्वविद्यालय के एक छात्र ने बताया, ”पुस्तकालय काफी समय से नहीं खुला है, जिससे पीएचडी के छात्र आक्रोशित हो थे। उन्हें अपने प्रोजेक्ट जमा कराने हैं, छात्र अभी भी चिंतित हैं और उन्हें पुस्तकालय में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। छात्र पुस्तकालय में घुसे तो थे लेकिन कोई हिंसा नहीं हुई।”