Infosys की अच्छी पैकेज वाली नौकरी छोड़ कर की परीक्षा की तैयारी, मिला मेहनत का फल, जल्द बनेगी DSP
डेस्क: जब कोई व्यक्ति कुछ करने की ठान लेता है तो उसे रोकना काफी मुश्किल हो जाता है। हिमाचल प्रदेश के मंडी में रहने वाली रश्मि शर्मा ने भी लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने की ठान ली तो उन्होंने अच्छे का सरकारी नौकरी तक को ठुकरा दिया। वह इंफोसिस कंपनी में अच्छे खासे पैकेज पर काम कर रही थी लेकिन लोकसेवा आयुक्त बनने के अपने सपने के लिए उन्होंने इस नौकरी को छोड़ दिया।
Also Read: कोचिंग के लिए नहीं थे पैसे, इंटरनेट से पढ़ाई कर ऐसे बना IRS, फिर कड़ी मेहनत कर बना IAS अधिकारी
Also Read: दिल्ली में इस जगह पर मिलता है मात्र 5 रुपये में पेट भर खाना और 10 रुपये में कपड़े
जल्द संभालेंगी DSP का पद
ऐसा करने के लिए उनके ससुराल वालों ने भी उनका पूरा सपोर्ट किया। परिवार वालों का सपोर्ट पाकर उन्होंने दिन- रात मेहनत करके लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी। उनके मेहनत का फल उन्हें मिला और अब वह जल्द ही हिमाचल प्रदेश में डीएसपी का पदभार संभालने वाली हैं। लेकिन ऐसा करना उनके लिए आसान नहीं था।
Also Read: आइंस्टाइन की थ्योरी को चुनौती देने वाले महान बिहारी गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह, दुनिया ने माना था लोहा
Also Read: Microsoft की नौकरी छोड़ शुरू किया खुद का कारोबार, रतन टाटा और अजीम प्रेमजी ने भी किया निवेश, आज हर युवा बनना चाहता है पीयूष बंसल
नौकरी छोड़ कर की तैयारी
रश्मि के पिता देवराज भारद्वाज एसबीआई के चीफ मैनेजर रह चुके हैं जबकि उनकी माता मीनाक्षी शर्मा भी अध्यापिका रह चुकी हैं। उनकी बड़ी बहन वेटरनरी डॉक्टर और छोटा भाई इंजीनियर है। वह भी जाने माने टेक कंपनी इन्फोसिस में कार्यरत थीं। लेकिन अपनी नौकरी को छोड़कर उन्होंने परीक्षा की तैयारी करने का मन बनाया।
Also Read: पहले IIT, फिर IPS और बाद में IAS बनने का गरिमा अग्रवाल का सफर, सफलता की पूरी कहानी
Also Read: एक ही नोट्स से दो बहनों ने एक साथ क्रैक किया UPSC, बताया कैसे की तैयारी
पहले प्रयास में ही पास किया परीक्षा
इसमें उनका साथ ससुराल वालों के साथ साथ उनके पति ने भी दिया। बता दें कि उनके पति सूर्यकांत विद्युत विभाग में इंजीनियर के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने भी अपनी पत्नी का समय समय पर हौसला बढ़ाया। रश्मि का कहना है कि बिना उनके पति और ससुराल वालों के समर्थन के यह सब कुछ संभव नही हो सकता था। सभी का साथ पाकर ही वह पहले प्रयास में ही HPPSC की परीक्षा पास कर सकी हैं।