रक्षक ही बना भक्षक: कोरोना की अचूक दवा के अधिक उपयोग से हो रहा लिवर डैमेज, डॉक्टरों ने किया आगाह
डेस्क: पूरी दुनिया में फैली महामारी के कारण सभी लोग अब ज्यादा से ज्यादा अपने इम्यूनिटी को बढ़ाने में लगे हुए हैं। इसके लिए एक तरफ जहां कई प्रकार के घरेलू नुस्खों का उपयोग किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ डॉक्टरों द्वारा सुझाए गए कई दवाओं तथा जड़ी बूटियों का सहारा भी लिया जा रहा है।
ऐसे में यदि आपको पता चले कि जिस जड़ी बूटी का उपयोग आप अपने इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए कर रहे हैं, वही आपके लीवर को डैमेज कर रही है तो आपको कैसा लगेगा? दरअसल, पिछले वर्ष मुंबई में 3 महीनों के अंदर ही लिवर डैमेज के करीब 6 मामले देखने को मिले थे।
इलाज के दौरान जब इनके मेडिकल हिस्ट्री की जांच की गई तब डॉक्टरों को पता चला कि यह मरीज ‘टीनोस्पोरा कोर्डीफोलिया’ का सेवन कर रहे थे। विशेषज्ञों ने ही खुद से सबसे अधिक कारगर इम्यूनिटी बूस्टर बताया था। आम भाषा में इसे ‘गिलोय’ कहते हैं।
“इंडियन नेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लीवर” के एक लिवर स्पेशलिस्ट की मानें तो गिलोय के अधिक प्रयोग के कारण मरीजों में लिवर से संबंधित विकार उत्पन्न हो रहे हैं। बता दें कि अब तक गिलोय के कारण हुए लिवर डैमेज के कारण एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना से लड़ाई के लिए सुझाए गए तमाम आयुर्वेदिक दवाओं में से एक गिलोय भी था। इसके बारे में यह बताया गया था कि यह इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकता है। लेकिन इसके अधिक उपयोग के कारण कई लोगों को लीवर की परेशानियों का सामना करना पड़ा।