दिवालिया होने से बचने के लिए पाकिस्तान अपनाएगा पीएम मोदी का फार्मूला!

डेस्क: इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान अब इससे निकलने की हर संभव कोशिश करता नजर आ रहा है। इसके लिए वह जगह-जगह मदद ही मांग रहा है। लेकिन चीन के अलावा इक्का-दुक्का देश ही ऐसे हैं जो पाकिस्तान की मदद करने के लिए सामने आ रहे हैं। फिर भी इनकी मदद से पाकिस्तान को कुछ खास फर्क नहीं पड़ रहा।
बिगड़ती अर्थव्यवस्था को देख एक पाकिस्तानी अर्थशास्त्री ने सरकार को एक बड़ी सलाह दी है। उन्होंने पाकिस्तानी सरकार को सुझाव दिया है कि उन्हें ₹5,000 का नोट तुरंत बंद कर देना चाहिए। नोटबंदी का उनका यह सुझाव कहीं ना कहीं पीएम मोदी के नोटबंदी से ही मिलता-जुलता नजर आ रहा है।
पाकिस्तानी अर्थशास्त्री अम्मार खान ने सुझाव दिया है कि मौजूदा आर्थिक संकट से बाहर निकलना पाकिस्तान के लिए अत्यंत आवश्यक है। पाकिस्तान की चरमराती अर्थव्यवस्था को बचाने का एकमात्र उपाय ₹5000 के नोट को बंद करना है।
पीएम मोदी के नोटबंदी की तारीफ़
उन्होंने कहा कि भारत में पीएम मोदी के नोटबंदी के फार्मूले ने जबरदस्त तरीके से काम किया था। इससे टैक्स कलेक्शन में भी वृद्धि देखी गई थी। उनके अनुसार अब समय आ गया है कि पाकिस्तान भी नोटबंदी के फॉर्मूले को अपनाए।
अर्थशास्त्री अम्मार खान के अनुसार पाकिस्तान में यदि ₹5,000 के नोटों को बंद कर दिया जाए तो देश में मौजूद 8 खरब रुपए, जो केवल ₹5,000 के नोट हैं देश के बैंकों में वापस आ जाएंगे। इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को आर्थिक संकट से उबरने में काफी मदद मिलेगी।
हालांकि नोटबंदी के उनके इस सुझाव का पाकिस्तान की जनता विरोध कर रही है। इस पर उन्होंने कहा कि इस फैसले का विरोध होगा लेकिन यह आर्थिक संकट से उबरने के लिए यह जरूरी है। उनके अनुसार ₹5000 के नोट केवल आर्थिक रूप से संपन्न लोगों के पास ही उपलब्ध है, इस वजह से नोटबंदी से आम आदमी को ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।