पश्चिम बंगाल

कांग्रेस के इस बड़े नेता ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा बंगाल में तत्काल उतरे सेना

उन्होंने लिखा, सैनिकों को तैनात करके राज्य सरकार की सहमति से जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य किया जाए

डेस्क: चक्रवात अम्फन के वजह से पश्चिम बंगाल के आधा दर्जन जिलों में लगातार बिगड़ते जा रहे हालात को देखते हुए, मुर्शिदाबाद के बहरामपुर से सांसद एवं लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी पत्र।

Adhir ranjan choudhary
मुर्शिदाबाद के बहरामपुर से सांसद एवं लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी

पत्र में उन्होंने पश्चिम बंगाल के चक्रवात प्रभावित इलाकों में हालात सामान्य करने के लिए अविलंब सेना उतारने की अर्जी लगाई है।

श्री चौधरी ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी नित सरकार चक्रवात से बिगड़े हालात को संभालने में पूरी तरह से विफल रही है और अगर और सेना उतारने में देरी की गई तो हालात और बिगड़ जाएंगे।

उन्होंने पत्र में लिखा है, “अब तक, पश्चिम बंगाल में अम्फन आपदा से निपटने के लिए कोई खास बात परिणाम नहीं देखा गया है। राज्य के कई इलाके में समुद्र का खारा पानी भी घुस चुका है। अधिकतर क्षेत्रों में पेयजल का संकट है। जगह-जगह जल में विभिन्न जानवरों के सड़ते हुए श’व पानी को और दूषित कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल के बड़े हिस्सों में बिजली की आपूर्ति अभी भी बंद है।

उन्होंने कहा कि राजधानी कोलकाता में, बिजली की कमी के कारण भीषण गर्मियों में कई लोगों की जान ख’तरे में है। पिछले सात दिनों से बिजली बंद होने के कारण कई बीमार लोग गंभीर स्थिति में हैं। पश्चिम बंगाल के लोगों को इस विकट स्थिति से उबारने में राज्य सरकार बुरी तरह विफल रही है। इसलिए अनुरोध है कि प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त सैनिकों को तैनात करके राज्य सरकार की सहमति से जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य किया जाए अन्यथा आने वाले दिनों में पूरे राज्य को अत्यधिक संकट का सामना करना पड़ेगा।

बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चक्रवात अम्फन के दो दिन बाद सेना से कोलकाता में बचाव कार्य के लिए आग्रह किया था। ममता बनर्जी के आग्रह मानते हुई सेना कोलकाता के विभिन्न इलाके में स्थिति को सुधारने में लग गयी। कोलकाता के अधिकतर इलाके में रास्ते से गिरा पेड़, मालवा हटा दिया है। अधिकतर चीजें सामान्य हो चुकी है, किंतु अन्य जिलों के कई इलाके में अभी भी समस्या जस की तस है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button