नहीं रहे ‘बिग बुल’ राकेश झुनझुनवाला, स्टॉक मार्केट से कमाते थे करोड़ों, छोड़ गए इतनी संपत्ति
डेस्क: भारतीय स्टॉक मार्केट के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला अब इस संसार में नहीं रहे। 14 अगस्त की सुबह लगभग 7:00 बजे तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां कुछ देर बाद ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। राकेश झुनझुनवाला को स्टॉक मार्केट का बिगबुल ऐसे ही नहीं कहा जाता। बिल्कुल सुनने से शुरू करते हुए उन्होंने स्टॉक मार्केट से ही करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। लेकिन अब वह अपने करोड़ों की संपत्ति को छोड़कर इस संसार से चले गए।
कुछ समय पहले इंटरनेट पर राकेश झुनझुनवाला की एक तस्वीर काफी वायरल हो रही थी जिसमें वह बिना आयरन किए हुए शर्ट को पहने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में खड़े नजर आ रहे हैं। इसके बाद से ही लगातार इंटरनेट पर यह तस्वीर शेयर की जा रही है और इसके कैप्शन में लिखा जा रहा है “जीवन में इतना रुपया कमाना है कि पीएम के सामने बिना प्रेस किया हुआ शर्ट पहन कर इतने कॉन्फिडेंस के साथ खड़े रह सके।”
राकेश झुनझुनवाला पर बन रहे मीम
भले ही इस तस्वीर का उपयोग एक मीम मैटेरियल के तौर पर किया जा रहा है लेकिन बताते चलें कि भारतीय शेयर मार्केट के “बिगबुल” और “वॉरेन बफे” कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला देश के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं। उन्होंने शेयर बाजार में अपने सफर की शुरुआत मात्र ₹5000 के निवेश से की थी और आज उनका नाम प्रत्येक भारतीय निवेशकों के जुबान पर है। वह भारत के 48वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं।
बचपन से ही शेयर बाजार में दिलचस्पी
राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हैदराबाद में हुआ था उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। जिसके बाद इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से उन्होंने सीए की पढ़ाई पूरी की। बचपन से ही उनकी दिलचस्पी निवेशकों और शेयर बाजार में थी। आज वह है “रेयर इंटरप्राइजेज” नाम से खुद का एक स्टॉक ट्रेडिंग फर्म चलाते हैं।
पिता से मिली शेयर बाजार की जानकारी
राकेश झुनझुनवाला के पिता एक आयकर अधिकारी थे। वह शेयर बाजार में बहुत रूचि रखते थे। बहुत ही कम उम्र से ही राकेश झुनझुनवाला भी अपने पिता के साथ शेयर मार्केट के बारे में चर्चा करते थे और उनकी सारी बातों को सुनते थे। आगे चलकर अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एक साधारण निवेशक के रूप में शेयर बाजार में प्रवेश करने का फैसला लिया।
पिता ने साथ देने से किया था इंकार
जब राकेश ने अपने पिता से शेयर में निवेश करने के लिए पैसे मांगे तो उनके पिता ने इस बात से साफ इनकार कर दिया था। उनके पिता ने उन्हें सुझाव दिया कि वह अपने मित्रों से उधार लेकर निवेश करें। अंत में उन्होंने ऐसा ही किया और 1985 में शेयर मार्केट में अपना पहला कदम रखा। बड़ी मेहनत से उन्होंने कई दोस्तों से उधार लेकर ₹5000 इकट्ठा किए और उसे निवेश कर दिया।
1989 में मारा बड़ा हाथ
इसके बाद लगातार वह अलग-अलग शेयर की खरीद बिक्री करते रहे और मुनाफा कमाते रहे। समय के साथ साथ उनका अनुभव बढ़ता चला गया और वह अधिक से अधिक लाभ कमाते रहे। 1989 के बजट के बाद लोग शेयर में निवेश करने से डर रहे थे क्योंकि उन्हें शेयर बाजार के नीचे जाने का डर था लेकिन राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार के ऊपर जाने की उम्मीद के साथ एक बड़ी रकम शेयर बाजार में लगा दिया।
इतनी संपत्ति पीछे छोड़ गए राकेश झुनझुनवाला
1989 के बजट के बाद बाजार ने रफ्तार पकड़ी और राकेश झुनझुनवाला की संपत्ति में काफी बड़ा उछाल देखने को मिला। जहां 1989 के बजट के पहले उनका संपत्ति दो करोड़ रुपए की थी, वहीं बजट के बाद यह 40 से 50 करोड़ रुपए की हो गई। वर्तमान में राकेश झुनझुनवाला की कुल संपत्ति है 42 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक की है। मात्र ₹5000 से अपने सफर की शुरुआत करने वाले राकेश झुनझुनवाला आज 42 हजार करोड़ की संपत्ति अपने पीछे छोड़ गए हैं।