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थर्डवेव से बच्चों को रखें सुरक्षित, अभी से करें यह उपाय

डेस्क: पूरा देश अभी करो ना के दूसरी लहर की चपेट में है। अभी तक हम दूसरी लहर से भलीभांति उबर नहीं पाए हैं। इसी बीच करुणा की तीसरी लहर आने की चेतावनी वैज्ञानिकों ने दे दी।

तीसरे लहर के आने की खबर सुनकर सभी लोग डरे हुए हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार तीसरी लहर बच्चों पर अपना असर अधिक दिखाएगी। ज्यादातर बच्चे ही इसका शिकार होंगे।

बच्चों के लिए वैज्ञानिकों की यह चेतावनी अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बन गया है। कई राज्यों में तीसरी लहर के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयारियां भी शुरू हो गई है।

विशेषज्ञों ने कोरोनावायरस के तीसरी लहर में बच्चों के सुरक्षा से संबंधित कुछ सलाह दिए हैं। विशेषज्ञों के इन सलाह को मानकर पहले से ही बच्चों के इम्यूनिटी को ठीक रखा जा सकता है।

गोरखपुर के पूर्वांचल मल्टीस्पेशलिटी एंड क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल के नवजात शिशु व बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रमोद नायक के अनुसार पहले लहर में सबसे ज्यादा बुजुर्ग और ऐसे लोग प्रभावित हुए थे जिन्हें पहले से अन्य बीमारियां थी

दूसरे लहर में युवाओं पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव देखा गया। ऐसे में वायरोलॉजिस्ट व विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरा लहर बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है।

डॉक्टरों की सलाह माने तो इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बच्चों को तय सीमा के लिए कुछ सप्लीमेंट दिए जा सकते हैं। इनकी सहायता से बच्चों की इम्यूनिटी स्ट्रांग होगी और बच्चे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जीत हासिल कर सकेंगे।

बच्चों को 15 दिन के लिए जिंक, 1 महीने का मल्टीविटामिन और 1 ही महीने का कैल्शियम के सप्लीमेंट्स दे सकते हैं। विटामिन डी के लिए प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर रहना ही सही होगा।

साथ ही बच्चों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाना भी आवश्यक है। बच्चों को ठंडे पानी और जंक फूड से बचाने की आवश्यकता है।

यदि डायरिया जुकाम खांसी या सांस लेने की समस्या थकान व सुस्ती जैसे लक्षण दिखे तो तत्काल ही डॉक्टर की सलाह लें। साथ ही कोविड जांच भी अवश्य करवाएं।

विशेषज्ञों द्वारा दिए गए इन सलाह को मानकर आप बच्चों को कोरोना के तीसरी लहर की चपेट में आने से रोक सकते हैं।

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