मध्य प्रदेश

प्रशासन से जब न बचा सकी फसल तो लाचार महिला ने लगा ली आग

डेस्क: मध्य प्रदेश के देवास जनपद के सतवास क्षेत्र में प्रशासन की कार्रवाई रोकने में विफल रही एक महिला किसान ने खुद को आग लगा ली. दरअसल, प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने को मौके पर पहुंची थी. खेत में सोयाबीन की फसल लगी थी. ऐसे में महिला और उसके परिजन कार्रवाई का विरोध कर रहे थे, लेकिन जेसीबी फसल को उजाड़ने लगा. ऐसे में अपने नष्ट होते फसल को देख महिला ने पहले तो अपने ऊपर पेट्रोल डाला उसके बाद प्रशासन के सामने ही माचिस की तीली से अपने आप को आग के हवाले कर दिया.

पति ने लगाया प्रशासन पर आरोप

महिला के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी सावरा ने खड़ी फसल को बर्बाद न करने की प्रशासन के लोगों से कई बार विनती की, लेकिन उन लोगों ने उनकी एक नहीं सुनी. वहीं, इस मसले में पुलिस की ओर से कहा गया कि अतिक्रमण हटाने को आए प्रशासन के लोगों पर महिला और उसके परिजनों ने पहले पथराव किया था. हालांकि, इसके बाद भी जब प्रशासन के लोग वहां से नहीं हटे तो महिला ने आत्मदाह कर दबाव डालने की कोशिश की. पथराव करने वाले 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.

बीच खेत से रास्ता निकालने पर शुरू हुआ बवाल
इधर, पीड़ित महिला के पति रमजान ने बताया कि उनके खेत में सोयाबीन की फसल लगी हुई थी और प्रशासन के लोग बीच खेत से रास्ता निकालने को जेसीबी चलाने लगे, जिसका उनकी पत्नी ने पूरजोर तरीके से विरोध किया. वहीं, पटवारी और दूसरे पक्ष के लोग भी इसमें शामिल थे. हालांकि, हमने कई बार विनती भी की, कि खेत के बीच से रास्ता न निकाले. ऐसा करने से उनकी फसल को नुकसान होगा. इस महामारी के बीच अगर फसल नष्ट हो गया तो फिर दो जून की रोटी पर भी आफत पड़ जाएगी.

लेकिन प्रशासन के लोगों ने उनकी एक न सुनी और आखिरकार अपने उजड़ते फसल को देख उनकी पत्नी ने लाचारी में खुद को आग लगा ली. उन्होंने कहा कि प्रशासन अतिक्रमण हटाने के बहाने बीच खेत से रास्ता निकाल रहा है, जो सरासर गलत है.

घटना पर बोले जिला कलेक्टर

वहीं, इस मामले में जिला कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने कहा कि सतवास तहसील में जो घटना घटी है उसमें राजस्व न्यायालय में मामला दर्ज था. दूसरे पक्ष के लोगों ने शासन की जमीन से रास्ता निकालने का आवेदन दिया था. फिर न्यायालय ने ही पुलिस की मौजूदगी में इन लोगों को बुलाया और इनमें आपसी सहमति बनी कि रास्ता खोल दिया जाए. हालांकि जब मौके पर राजस्व विभाग की टीम पुलिस के साथ पहुंची तो अचानक रमजान ने अपनी पत्नी सावरा को बुलाया. उसके ऊपर पहले ही मिट्टी का तेल छिड़का हुआ था. इतने में कोई कुछ समझ पाता कि महिला ने खुद को आग लगा ली.

पीड़िता के परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज

हालांकि, मौके पर मौजूद पटवारी किशोर ने जब महिला को बचाने की कोशिश की तो उसके परिजनों ने मारपीट शुरू कर दी. जो लोग मारपीट में शामिल थे, उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इन सब के बीच गनीमत इस बात की रही कि महिला को किसी तरह से बचा लिया गया है और फिलहाल उसकी स्थिति एक दम ठीक है. इस घटना में पटवारी और राजस्व निरीक्षक को कान के पास चोट आई है.

तेज हुई सूबे की सियासत

इस घटना के बाद सियासत भी सातवें आसमान पर है. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सूबे की शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए वीडियो के साथ एक ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि शिवराज का जंगलराज, सरकार की प्रताड़ना से तंग आकर आग लगाई, देवास जिले के सतवास में खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने के शिवराज के फैसले का विरोध करते हुए एक बेबस महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया. शिवराज जी, महामारी और मौत के बीच तो कम से कम जनता को मत मारो..! शवराज चरम पर है.

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