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बारिश में पूरी दिल्ली बनी तालाब, इस खासियत की वजह से बच गया नोएडा, दोनों शहरों में क्या है अंतर?

डेस्क: भारी बारिश की वजह से दिल्ली का जो हाल हुआ है वह किसी से छुपा नहीं है। देश की राजधानी होने के बाद भी 2 दिनों के मूसलाधार बारिश में पूरे दिल्ली में जलजमाव ने लोगों को हैरान कर दिया है। लेकिन नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा की स्थिति दिल्ली के गुरुग्राम के मुकाबले काफी बेहतर है। ऐसा नहीं है कि वहां बारिश नहीं हुई। लेकिन फिर भी एक तरफ जहां दिल्ली में जलजमाव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, वहीं नोएडा में रास्ते में पानी का नामोनिशान नहीं है।

बता दें कि इन दोनों शहरों में इतना अंतर यहां नालों की वजह से है। दरअसल नोएडा में 87 किलोमीटर लंबे नाले हैं जो बिल्कुल अच्छी तरह से प्लान करके बनाए गए हैं। लेकिन गुरुग्राम में मात्र 40 किलोमीटर लंबे नाले पर ही यहां की जनता निर्भर है। ज्ञात हो कि इन दोनों जगहों की आबादी लगभग एक समान ही है।

नोएडा और गुरुग्राम में बड़ा अंतर

नोएडा में बिल्डिंग बनाने के लिए कई मानदंडों को पूरा करना पड़ता है जिसके बाद ही वहां बिल्डिंग बनाने की अनुमति दी जाती है। ऐसे में कहा जा सकता है कि नोएडा की प्लानिंग गुरुग्राम की तुलना में काफी बेहतर है। यही कारण है कि वहां इतनी मूसलाधार बारिश के बाद भी जलजमाव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। जबकि दिल्ली में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। परिणामस्वरूप थोड़ी सी बारिश में भी दिल्ली में जलजमाव हो जाता है।

अरावली पर्वतमाला भी है मुख्य कारण

गुरुग्राम में जलजमाव का एक और कारण अरावली पर्वतमाला भी है। दरअसल यह पर्वत गुरुग्राम शहर को अर्धचंद्राकार तरीके से घेरती है। पहाड़ों की ढलानों के कारण बारिश का पानी आकर गुरुग्राम शहर में ही इकट्ठा होता है। जल की निकासी की समस्या के कारण यहाँ जलजमाव आम बात है। एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा है कि यहां 50 मिलीमीटर बारिश होने पर भी जलजमाव शुरू हो जाता है।

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