राष्ट्रीयपश्चिम बंगाल

स्टेशन में ट्रेन की इंजनों को पटरी से बांधा जा रहा है, वजह जान कर हो जायेंगे हैरान

डेस्क: बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न हुए चक्रवाती तूफान ‘यास’ से निपटने के लिए उड़ीसा तथा पश्चिम बंगाल की राज्य सरकारें अपनी तरफ से पूरी तैयारी (trains bounded to track in howrah) कर रही हैं। तटीय क्षेत्रों में इस चक्रवात के अधिक असर होने के कारण उन इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का कार्य भी जारी है।

पिछले वर्ष मई के महीने में आए चक्रवात ‘अम्फान’ से मिले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के लिए जरूरी हर कदम उठाए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी खुद कंट्रोल रूम में मौजूद रहकर हालात की जानकारी ले रही है।

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ये है वजह ट्रेनों को पटरियों से बांधने की

‘यास’ को ध्यान में रखते हुए सभी लोकल ट्रेनों तथा दूर का सफर तय करने वाली ट्रेनों पर रोक लगा दी गई है। अक्सर चक्रवात के कारण ट्रेन के इंजन पटरियों से लुढ़क कर मेन लाइन में चले जाते हैं।

कई बार इस वजह से मेन लाइन की ट्रेनों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। इसी वजह से प्रशासन ने एक बहुत ही अनूठा फैसला लिया है। ट्रेन के इंजन के लुढ़क कर मेन लाइन में चले जाने से रोकने के लिए सभी इंजनों को पटरियों से बांधने (trains bounded to track in howrah) का फैसला लिया गया है।

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पहले होती थी कई परेशानियां

हावड़ा स्टेशन के एक अधिकारी का कहना है कि अक्सर इंजनों के सरक कर मेन लाइन में चले जाने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए लोहे की चैन से इंजनों (trains bounded to track in howrah) को बांधा जा रहा है।

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल तथा उड़ीसा के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात ‘यास’ का भयंकर रूप देखने को मिल सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही इस बात की चेतावनी दे दी थी।

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उड़ीसा में दिख रहा है ‘यास’ का असर

25 मई के सुबह से ही उड़ीसा के कई इलाकों में भारी बारिश देखने को मिल रही है। दोनों राज्यों की सरकारों की मानें तो वह इस चक्रवात से निपटने के लिए में पूरी तरह से तैयार है।

चक्रवात से निपटने के लिए हर तरह के जरूरी कदम उठाए जा चुके हैं। एनडीआरएफ की टीम भी लगातार तटीय इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों तक भेजने में लगी हुई है।

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ऐसे में दोनों राज्यों की सरकारों ने राज्य की जनता से अपील की है कि सभी सुरक्षित जगहों पर रहे और घर से बाहर ना निकलें। केंद्र सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि केंद्र की तरफ से हर जरूरत मदद मुहैया करवाई जायेगी।

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