दो गुजराती भाइयों का ‘वरदान’, अब मिनटों में पीने योग्य हो जाएगा दूषित पानी

डेस्क: हमारे देश में 85% पेयजल भूजल स्रोतों से ही प्राप्त होती है। लेकिन जैसे जैसे समय बीत रहा है, वैसे ही देश के कई हिस्सों में पेयजल की आपूर्ति की समस्या सामने आ रही है। कई जगहें ऐसी भी हैं जहां लोगों के पीने के लिए साफ पानी तक नहीं मिल पाता। लोग दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं जिससे उन्हें कई गंभीर बीमारियां भी हो रही हैं।
देश के कई हिस्सों में है पेयजल की समस्या
हालांकि आजकल कई ऐसे विकल्प मौजूद हैं जिनसे दूषित पानी को साफ कर उसे पीने योग्य बनाया जा सकता है। इन्हीं में से एक उपाय है RO का प्रयोग। RO वाटर प्यूरीफायर सिस्टम किसी भी पानी को पीने योग्य बनाने के लिए काफी अच्छा विकल्प है लेकिन यह काफी महंगे होते हैं और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव भी डालते हैं। साथ ही यह जितना पानी साफ करती है उससे कई गुना ज्यादा पानी बर्बाद भी करती है।
दो गुजराती भाइयों ने निकाला समाधान
इसी समस्या के समाधान के रूप में गुजरात के दो भाइयों ने एक अनूठा वाटर प्यूरीफायर बनाया है जो मिनटों में ही दूषित पानी को पीने योग्य बना देता है। इस वाटर प्यूरीफायर के रखरखाव में बिजली खर्च नहीं होती और इसकी कीमत भी काफी कम है। दोनों भाइयों का दावा है कि केवल 8 पैसे प्रति लीटर के खर्च पर ही उनकी मशीन पानी को साफ कर सकती है। यह वाटर प्यूरीफायर भारत का सबसे सस्ता प्यूरीफायर बताया जा रहा है।
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2012 से कर रहे प्लानिंग
दो गुजराती भाइयों ने अपने स्टार्टप सस्टेनेबल लाइवलीहुड इनीशिएटिव इंडिया (SLII) के माध्यम से पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए यह समाधान खोजा है। SLII के सह-संस्थापक अभिमन्यु राठी का कहना है कि उन्हें इस प्रोडक्ट को बनाने में पूरे 9 साल लग गए। इस आरओ वाटर प्यूरीफायर का विचार उन्हें 2012 में ही आ गया था तब वह केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे।
पुराने मोबाइल फोन के प्रयोग से बनाया RO
अभिमन्यु राठी ने 2015 में अपने ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद अपने स्टार्टअप को शुरू किया। 2017 में उनके छोटे भाई वरदान भी अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कंपनी के सह संस्थापक बन गए। दोनों ने कई तरह के प्रयोग किए और बाजार में उपलब्ध वाटर प्यूरीफायर का अध्ययन भी किया। कई सालों की मेहनत के बाद उन्होंने पुराने मोबाइल फोन स्क्रीन से सोलर सेल बनाकर उसका प्रयोग UV सेल के तरह किया।
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छोटे भाई के नाम पर रखा RO का नाम
अभिमन्यु राठी ने इस वाटर प्यूरीफायर का नाम अपने भाई के नाम पर ‘वरदान’ रखा है। वाटर प्यूरीफायर की खास बात यह है इसकी कीमत मात्र ₹5000 है और यह बिना किसी रखरखाव के प्रतिदिन 40 लीटर पानी को साफ कर सकता है। इस RO से पानी को साफ करने की पूरी प्रक्रिया में एक बूंद पानी भी बर्बाद नहीं होती है।
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