वरुण गांधी हुए अलग नाव पर सवार, अब कह दी यह बात
डेस्क: हाल ही में भाजपा के 80 सदस्यों के कार्यकारिणी समिति की सूची जारी की गई है जिसमें वरुण गांधी व मेनका गांधी का नाम शामिल नहीं है। इसके बाद ही भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बड़ा बयान दिया है। दरअसल वह लखीमपुर खीरी में हुए घटना से संबंधित एक बयान देकर भाजपा से नाव में सवार होते हैं।
हिंदुओं से सिखों को लड़ाने की साजिश
पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी ने लखीमपुर के घटना को हिंदुओं से सिखों को लड़ाने की साजिश बताया। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि लखीमपुर खीरी की घटना धीरे-धीरे हिंदू बनाम सिर की लड़ाई होती जा रही है। दरअसल उनका कहना है कि सिख किसानों के लिए खालिस्तानी शब्द का प्रयोग करना सही नहीं है। उनका कहना है कि यह सेना में सिखों के योगदान का अपमान है।
वरुण गांधी ने जताई आपत्ति
किसानों के प्रति खालिस्तानी शब्द का प्रयोग किए जाने से वरुण गांधी ने आपत्ति जताते हुए इसे राष्ट्रीय एकता के लिए खतरनाक बताया है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार वह भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर किसानों की मांगों का समर्थन करते दिखे हैं। इस विषय पर उन्होंने कई बार योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है। वह अक्सर कृषि कानूनों के संबंध में भाजपा से अलग राय व्यक्त करते हैं।