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विजय माल्या के प्रत्यर्पण में पेंच, भारत लाने की जिद पर अड़े अधिकारी

मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी माल्या का प्रत्यर्पण

डेस्क: विजय माल्या के प्रत्यर्पण की पूरी तैयारी हो चुकी है. विदेश मंत्रालय से मिली सूचना के अनुसार उसे गुरुवार रात तक भारत लाने की पूरी तैयारी कर ली गयी थी. ऐसे में ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने इसमें एक कानूनी पेंच लगा दिया, जिसके कारण उसे गुरुवार को भारत ला पाना संभव नहीं हो सका.

हालांकि भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के अधिकारी व जांच एजेंसियां उसे भारत लाने की जिद पर उड़े हुए हैं. वे विजय माल्या को भारत लाने के लिए हर स्तर तक जने को तैयार हैं.
जानकारी के अनुसार, ब्रिटेन की ओर से लगाये गये पचड़े के कारण फिलहाल विजय माल्या को लाने में और कुछ वक्त लग सकता है.

भारत में ब्रिटिश हाई कमीशन के प्रवक्ता के अनुसार, ब्रिटेन की अदालत में विजय माल्या ने भारत में उसके प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील की थी, जिसे अदालत में मई महीने में खारिज कर दिया. इसके बाद उसे वहां के सुप्रीम कोर्ट में मामले को चुनौती देने की इजाजत भी नहीं दी. ऐसे में उसके प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो चुका है. इसके बाद से ही उसे भारत लाने की पूरी तैयारी कर ली गयी है. उम्मीद थी कि गुरुवार रात तक उसे भारत लाकर शुक्रवार को अदालत में पेश कर दिया जायेगा.

सब कुछ ठीकठाक होने के बावजूद एक कानूनी पेंच होने से उसे नहीं लाया जा सका. हालांकि हमारे अधिकारी उस पेंच को जल्द से जल्द खत्म करने की कोशिश में लगे हुए हैं.

भारत में ब्रिटिश हाई कमीशन के प्रवक्ता ने बताया, ब्रिटेन के कानून के तहत जब तक उक्त कानूनी पेंच को सुलझा नहीं लिया जाता है, तब तक माल्या का प्रत्यर्पण संभव नहीं होगा.

हालांकि प्रवक्ता ने इस कानून पेंच के बारे में विस्तृत में बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने इसे गोपनीय बताते हुए कहा, ‘हम यह भी नहीं बता सकते हैं कि इस लीगल इश्यू को सुलझाने में कितना समय लगेगा. हालांकि हम इस लीगल इश्यू को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं.’

मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी माल्या का प्रत्यर्पण

आपको बता दें कि विजय माल्या का प्रत्यर्पण मोदी सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. इसका फायदा सीधे-सीधे चुनावों में भाजपा को मिल सकता है. लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से वादा किया था कि वे जल्द विजय माल्या को पकड़ कर ब्रिटेन से भारत लायेंगे.

2 मार्च 2016 को विजय माल्या लंदन पहुंचा

ज्ञात हो कि 2 मार्च 2016 विजय माल्या भारत से भाग कर लंदन पहुंच गया था. वह ब्रिटेन में जाकर छुपा हुआ था. मोदी सरकार ने उसकी संपत्तियों को जब्त करने के साथ उसके खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. उसके प्रत्यर्पण की कोशिश लगातार जारी थी, जिसमें अंतत: अदालत में लंबी लड़ाई के बाद भारत को सफलता मिली.

मुंबई के आर्थर रोड जेल में रखा जायेगा माल्या को

मुंबई के आर्थर रोड जेल की एक सेल का पूरा वीडियो बना कर ब्रिटेन की कोर्ट को भारतीय जांच एजेंसिंयों ने सौंपा था. बताया गया था कि इसी जेल में उसे रखा जायेगा. इसके बाद उसके प्रत्यर्पण की अनुमति मिली. माल्या आर्थर रोड जेल में ही रखा जायेगा. इसी जेल में मुंबई हमले के आरोपी अजमल कसाब को रखा गया था. यहां अबु सलेम भी बंद था.

बैंकों से नौ हजार करोड़ लेकर भागा था माल्या

आपको बता दें कि विजय माल्या पर देश के बैंकों से नौ हजार करोड़ रुपये कर्ज लेकर नहीं लौटाने का आरोप है. रुपये लौटाने के लिए दबाव बनने पर वह मार्च 2016 में भारत छोड़ कर ब्रिटेन भाग गया था, जिसके बाद से वहीं रह रहा था.

आइये जानते हैं माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित क्रोनोलॉजी

  • 2 मार्च, 2016 : भारत से भाग कर लंदन पहुंचा
  • 21 फरवरी 2017 : गृह सचिव ने प्रत्यर्पण के लिए अपील की
  • 18 अप्रैल, 2017 : लंदन में गिरफ्तार हुआ विजय माल्या. हालांकि बेल भी मिल गया
  • 24 अप्रैल 2017 : भारतीय पासपोर्ट रद्द किया गया
  • 2 मई 2017 : राज्यसभा की सदस्यता भी खत्म हो गयी
  • 13 जून 2017 : वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रत्यर्पण की सुनवाई शुरू
  • 10 दिसंबर 2018 : मजिस्ट्रेटक ने दी प्रत्यर्पण की मंजूरी
  • 3 फरवरी 2019 : गृह सचिव ने भारत को प्रत्यर्पण का आदेश दिया
  • 5 अप्रैल 2019 : इंग्लैंड और वेल्स हाइकोर्ट ने कागजात पर अनुमति देने से इनकार कर दिया
  • 11-13 मई, 2020 : अदालत ने माल्या की अपील सुनी
  • 20 अप्रैल, 2020 : अपील खारिज, अंतिम निर्णय के लिए गृह सचिव के पास गया मामला

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