अंतरराष्ट्रीय

चीन से भिड़ंत पर देर रात हुई बैठक, पीएम ने सेना का दिया ये निर्देश

डेस्क: चीन के साथ गाल्वन घाटी में हिंसक टकराव में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद भारत ने इस संबंध में सख्त रुख अपनाया है. सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी (CCS) की मंगलवार देर रात हुई बैठक में सेना को स्पष्ट कर दिया गया कि वह निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है. भारत ने अपना पक्ष रखा है कि भारत सीमा पर किसी भी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेगा.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद, चीन की सीमा से लगे राज्यों के आईटीबीपी कर्मचारियों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया.

Indian army
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में सतर्कता बढ़ी है. सोमवार की रात वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलआईसी) पर चीन और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प में कम से कम 20 भारतीय जवान शहीद हो गये.

इससे पहले, ऐसी खबरें आई थीं कि एक अधिकारी सहित तीन सैनिक शहीद हो गये थे, लेकिन सरकारी सूत्रों के हवाले से देर शाम तक खबर आयी कि 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गये. यह संख्या और भी बढ़ने की संभावना है. दूसरी ओर, चीनी सेना में मृत और घायल सैनिकों की संख्या 43 से अधिक है.

India china army

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर नजर बनाए हुए हैं. इस संबंध में बैठकों का दौर जारी है. इस मामले में हर पल की जानकारी ली जा रही है.

विदेश मंत्रालय भी चीन के साथ बातचीत कर रहा है. यह घटना दोनों देशों के बीच स्थिति को सामान्य करने को लेकर हुई बातचीत के बाद सोमवार रात को गैल्वान घाटी के पास हुई. इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि भारत हमेशा एलआईसी का सम्मान करता आया है और चीन को भी ऐसा करना चाहिए. मंत्रालय ने कहा कि एलआईसी में कल जो हुआ वह टल सकता था.

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