शुभेंदु सहित चार और सांसद पर सीबीआई की पैनी नजर, लोकसभा अध्यक्ष की मंजूरी का इंतजार
डेस्क: 17 मई के दिन सुबह सुबह तृणमूल के 4 नेताओं को गिरफ्तार करने के बाद अब सीबीआई की पैनी नजर तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद शुभेंदु अधिकारी, जो अब पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं, पर है।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी मीडिया को दी। उनकी मानें तो अब केवल लोकसभा अध्यक्ष के मंजूरी का इंतजार है।
एक बार लोकसभा अध्यक्ष की मंजूरी मिलते ही शुभेंदु अधिकारी सहित अन्य चार नेताओं पर भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इन चार नेताओं के नाम सौगत रॉय, प्रसून बनर्जी, और काकोली घोष दस्तीदार है।
आपको बता दें कि जिस वक्त नारदा स्टिंग ऑपरेशन हुआ था, उस समय यह चारों तृणमूल के सांसद थे। सीबीआई अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने शुभेंदु, सौगत, प्रसून और काकोली पर मुकदमा करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष से मंजूरी मांगी थी। लेकिन उन्हें मंजूरी नहीं मिली।
सीबीआई अधिकारी की मानें तो इस लिस्ट में 2017 में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मुकुल रॉय का नाम कहीं भी नहीं है।
तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों, एक विधायक और एक पूर्व सांसद की गिरफ्तारी के बाद प्रवक्ता कुणाल घोष ने सीबीआई पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने शुभेंदु और सौगत रॉय को इसलिए गिरफ्तार नहीं किया क्योंकि वह भाजपा में शामिल हो गए हैं।
इस स्टिंग ऑपरेशन को करने वाले पत्रकार मैथ्यू सैमुअल ने भी यह सवाल उठाया है कि शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? इसका जवाब देते हुए सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे लोकसभा अध्यक्ष के मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।