पंचायत चुनाव से पहले गांवों में जनसंपर्क बढ़ाएगी तृणमूल
1 नवंबर से तृणमूल महिला कांग्रेस का ‘चोलो ग्राम’ अभियान
डेस्क: पश्चिम बंगाल में अगले साल 2023 में पंचायत चुनाव होने वाला है, इस चुनाव को 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले का सेमीफइनल के तैर पर भी देखा जा रहा है। यह चुनाव सत्तरूढ़ि दल तृणमूल कांग्रेस के दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण है।
तृणमूल कांग्रेस एक नवंबर से ही इसकी तयारी में जुट जाएगी। मिली जानकरी के मुताबिक तृणमूल शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी से जुड़े सभी संगठनों को अपने स्तर पर जनसम्पर्क बढ़ाने का निर्देश दिया है।
पंचायत चुनाव के मद्देनजर चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रदेश तृणमूल महिला कांग्रेस ने भी कमर कस ली है. तृणमूल महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष चंद्रिमा भट्टाचार्य ने घोषणा की कि एक नवंबर से उनके संगठन की ओर से राज्यभर में ‘चोलो ग्राम’ अभियान शुरू किया जायेगा।
1 नवंबर से 12 जनवरी तक चलेगा ‘चोलो ग्राम’ यानी ‘चलो गांव’ अभियान
‘चोलो ग्राम’ अभियान के तहत संगठन से जुड़ी महिलाएं गांव-गांव जा कर लोगों के बिच जनसंपर्क करेंगी। यह अभियान 1 नवंबर से 12 जनवरी तक चलेगा, एवं इसकी शुरुआत हावड़ा से होगी।
श्रीमती भट्टाचार्य ने बताया कि एक नवंबर से ही उनके संगठन की ओर से राज्य के हर जिले में महिला पंचायती सभा होगी। तृणमूल सरकार पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षित ही नहीं, बल्कि सामान्य सीटों पर भी महिला प्रत्याशी उतारने के पक्ष तैयार है
श्रीमती भट्टाचार्य का दावा है कि तृणमूल के सत्ता में आने के बाद राज्य में महिला सशक्तीकरण को और शक्ति मिली है। वहीं भाजपा ने भी पंचायत चुनाव को लेकर कमर कस ली है।
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पंचायत समिति, जिला परिषद के सीटों की संख्या बढ़ा
2023 के पंचायत समिति के सीटों की संख्या 9498 होगी, जबकि 2018 में पंचायत समिति की 9217 सीटों के लिए मतदान हुआ था। इस बार पंचायत समिति की 281 सीटें बढ़ाई गयी हैं।
पंचायत समिति के साथ ही जिला परिषद में भी 103 सीटें बढ़ायी गयी हैं। 2023 के पंचायत चुनाव में जिला परिषद में 928 सीटों के लिए मतदान होगा, जबकि 2018 में 825 सीटों के लिए मतदान हुआ था।