भाजपा छोड़ टीएमसी में आये अर्जुन सिंह के विरोधियों पर सबकी निगाहें, वापस भाजपा में आएंगे विरोधी?
डेस्क: काफी अटकलों के बाद बैरकपुर से भाजपा सांसद और कद्दावर नेता अर्जुन सिंह की तीन साल बाद तृणमूल कांग्रेस में वापसी हुई है। वह तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रिय महासचिव अभिषेक बनर्जी और दक्षिण 24 परगना के अन्य प्रमुख नेताओं, ज्योतिप्रिय मलिक और पार्थ भौमिक की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए।
अर्जुन सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद बंगाल में भाजपा के सांसदों की संख्या 18 से 16 और टीएमसी के सांसदों की संख्या 24 हो गगयी है। अर्जुन सिंह से पहले बाबुल सुप्रियो ने भी बीजेपी छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया था।
बंगाल भाजपा सिर्फ एयर कंडीशनर घर में बैठकर फेसबुक से बंगाल में राजनीति नहीं कर सकती। इसीलिए बंगाल भाजपा का दिन-प्रतिदिन ग्राफ गिर रहा है। ज़मीन स्तर पर राजनीति करना पड़ता है: TMC में शामिल होने के बाद भाजपा के लोकसभा सांसद अर्जुन सिंह pic.twitter.com/s9RxqheJBL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 22, 2022
पहले ही दे दिया था घरवापसी का संकेत
बता दें कि अर्जुन सिंह 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। पिछले कुछ समय से ही वह टीएमसी में वापस जाने के संकेत दे रहे थे। जूट मिलों के मुद्दे पर सीएम ममता बनर्जी का समर्थन करके और केंद्र सरकार की आलोचना करके उन्होंने यह संकेत दे दिया था कि वह जल्द ही घरवापसी कर सकते हैं। उनके इस घरवापसी के कारण उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
बैरकपुर के सांसद बंगाल की राजनीति में बाहुबली के नाम से जाने जाते हैं। वह टीएमसी में अपने पहले कार्यकाल के दौरान इलाके के लोगों पर अपनी मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते थे और आज भी बैरकपुर की जनता पर उनकी पकड़ मजबूत है। इस वजह से अर्जुन सिंह के पार्टी छोड़ने का दुष्प्रभाव भाजपा पर पड़ सकता है।
भाजपा से टीएमसी में जाने वाले नेताओं का क्या होगा?
2019 में अर्जुन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा के कई नेताओं ने पार्टी छोड़कर टीएमसी की सदस्यता ले ली थी। लेकिन अब जब अर्जुन सिंह ने घरवापसी कर ली है तो देखना यह है कि क्या भाजपा छोड़कर टीएमसी में जाने वाले नेता एकबार फिर भाजपा का दामन थामेंगे?