नए संसद भवन उद्घाटन से पहले अमित शाह का विपक्ष को सुझाव
डेस्क: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को विपक्ष को नए संसद भवन के उद्घाटन पर राजनीति न करने का सुझाव दिया और इसे नए भारत को पुरानी परंपराओं से जोड़ने की एक ‘भावनात्मक’ प्रक्रिया बताया। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “हमें नए संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।”
उनकी टिप्पणी 19 विपक्षी दलों द्वारा संयुक्त रूप से उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के इरादे से एक बयान जारी करने के बाद आई है, जिसमें तर्क दिया गया है कि दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति को करनी चाहिए न कि प्रधानमंत्री को।
#WATCH | We should not politicize this (inauguration of the new Parliament building) issue, let people think and react however they want to: Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/QX2xuQ2U7Y
— ANI (@ANI) May 24, 2023
विपक्ष ने बताया लोकतंत्र पर हमला
विपक्षी दलों के बयान में केंद्र की आलोचना करते हुए कहा गया है कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खुद संसद भवन का उद्घाटन करने का फैसला न केवल राष्ट्रपति का घोर अपमान है बल्कि हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला है।’
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस के तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी और राजीव गांधी द्वारा संसद एनेक्स और लाइब्रेरी के उद्घाटन की याद दिलाई।
उन्होंने कहा, “अगस्त 1975 में, तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने संसद एनेक्स का उद्घाटन किया, और बाद में 1987 में पीएम राजीव गांधी ने संसद पुस्तकालय का उद्घाटन किया। यदि आपकी (कांग्रेस) सरकार के मुखिया उनका उद्घाटन कर सकते हैं, तो हमारे सरकार के प्रमुख ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं?”