नारदा कांड में गिरफ्तार किए गए नेताओं के लिए यह है कोर्ट का फैसला
डेस्क: 17 मई की सुबह तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के लिए अच्छी नहीं थी। इस दिन ममता सरकार के दो मंत्री और एक विधायक के घर सीबीआई का छापा पड़ा। जिनमें फिरहाद हकीम, मदन मित्रा, सोभन चट्टोपाध्याय और सुब्रतो मुखोपाध्याय शामिल हैं।
दरअसल 2016 में घटित नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में तृणमूल के इन नेताओं को सीबीआई ने गिरफ्तार किया। स्टिंग ऑपरेशन के बाद रिलीज किए गए वीडियो फुटेज में यह नेता और मंत्री रिश्वत लेते हुए देखे गए थे।
सुबह सुबह इन्हें गिरफ्तार करके निजाम पैलेस में सीबीआई हेडक्वार्टर ले जाया गया। इसकी खबर मिलते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जल्द से जल्द वहां पहुंची।
उन्होंने सीबीआई पर आरोप लगाया कि गैर कानूनी तौर पर उनके मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट से आदेश लेकर व राज्यपाल की अनुमति से यह कदम उठाया गया था।
Reaction of Shri @RahulSinhaBJP on detention of top TMC leaders Firhad Hakim, Madan Mitra & Sovan Chatterjee by CBI on #NaradaScam pic.twitter.com/vUk3T159la pic.twitter.com/BIRlEiCqfG
— Rahul Sinha Office (@RahulSinhaOfc) May 17, 2021
ममता बनर्जी के इस बयान का जवाब देते हुए राहुल सिन्हा ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही सीबीआई जांच कर रही है। इसमें भाजपा का कोई हाथ नहीं है।”
कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा, “जिन्हें कानून की रक्षा करनी चाहिए, वह खुद कानून लागू करने वाली एजेंसियों को धमका रही है और सीबीआई के लिए बाधाएं उत्पन्न कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”
CM of West Bengal @MamataOfficial who is under oath to maintain law and order in the state is sadly indulging in threatening law enforcing agencies and creating hurdles for the CBI. This is very unfortunate for the people of Bengal #NizamPalace
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) May 17, 2021
इसके बाद ममता बनर्जी ने सीबीआई को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके नेताओं को छोड़ा जाए अथवा उन्हें भी (ममता बनर्जी) गिरफ्तार किया जाए। ऐसा कहकर काफी देर तक वह सीबीआई हेड क्वार्टर में ही अड़ी रही।
इसी के साथ उन्होंने यह सवाल भी उठाया केवल मेरे ही मंत्रियों को क्यों गिरफ्तार किया गया? शुभेंदु अधिकारी और मुकुल राय को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?
कुछ समय बीतने के बाद तृणमूल समर्थकों द्वारा सीबीआई हेड क्वार्टर के बाहर पथराव भी किया गया। तृणमूल समर्थकों का यह हंगामा यहीं नहीं रुका। उन्होंने बैरिकेड को तोड़कर अंदर जाने की भी कोशिश की। उन्हें शांत करने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल को आना पड़ा।
आपको बता दें कि सीबीआई के अनुसार उन्होंने चारों को चार्जशीट दाखिल करने के लिए गिरफ्तार किया है। इसी के साथ इन चारों नेताओं को सीबीआई 14 दिन के रिमांड पर लेना चाहती है।
इन चारों को वर्चुअल माध्यम से कोलकाता हाई कोर्ट में पेश किया गया। कई घंटों की कोर्ट में पेशी के बाद चारो को अंतरिम जमानत दे दी गयी है।