बंगाल में हत्या कर रातोरात जला दिये जा रहे शव, 2021 में हर अन्याय का हिसाब लिया जायेगा : भारती घोष
डेस्क: सिलीगुड़ी में भाजयुमो के उत्तर कन्या अभियान के दौरान भाजपा कार्यकर्ता उलेन राय की पुलिस कार्रवाई में मौत पर पश्चिम बंगाल भाजपा की उपाध्यक्ष व पूर्व आइपीएस अधिकारी भारती घोष ने ममता बनर्जी की सरकार और राज्य के पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े किये. उलेन की हत्या के विरोध में कोलकाता में निकले मोमबत्ती जुलूस में भाग लेने पहुंचीं घोष ने कहा, राज्य में लगातार हिंसा और जुल्म जारी है. पंचायत चुनाव से लेकर अब तक सैकड़ों भारतीय जनता पार्टी समर्थकों की हत्या कर दी गयी है. हत्याएं रुक नहीं रही हैं. तृणमूल सरकार के साथ मिल कर पुलिसकर्मी भाजपा कार्यकताओं पर अत्याचार कर रहे हैं.
पिछले दिनों रायगंज में हमारे कार्यकर्ता अरूप राय की हत्या कर दी गयी, हमारे विधायक देवेंद्र नाथ की हत्या की गयी.
सिलीगुड़ी में शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर चलाया रबर प्लेट
सोमवार को सिलीगुड़ी में रबर प्लेट से मार कर हत्या की गई. अब गोली से न मार कर टियर गैस, रबर प्लेट का अवैध ढंग से प्रयोग कर भाजपा कार्यकर्तों की हत्या की जा रही है.
उन्होंने कहा, इतिहास ऐसे ही यहीं खत्म नहीं हो जायेगा. 2021 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. इसके बाद जितने भी पुलिसकर्मी तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर दमन और हिंसा कर रहे हैं. उनका हिसाब लिया जाएगा. किसी भी राजनीतिक अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और रबर प्लेट के इस्तेमाल के लिए कुछ नियम कानून है. अनलॉफुल एप्लीकेशन ऑफ फोर्स का इस्तेमाल यूं ही नहीं किया जा सकता. तृणमूल सरकार का पाप का घड़ा भर चुका है. उसके पतन का समय आ चुका है.
हत्या कर रातोंरात पोस्टमार्टम कर जलाये जा रहे शव
यहां हत्या के बाद शव का रात के वक्त चोरी चुपके पोस्टमार्टम किया जा रहा है, जो गैरकानूनी है. पोस्टमार्टम के कई नियम हैं, कोविड मरीज को छोड़ कर इस तरह से रात के वक़्त पोस्टमार्टम नहीं किया जा सकता, विशेषकर संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामलों में. हमारे कार्यकर्ता सबंग के दीपक मंडल की बम मार कर हत्या की गयी थी, उसे खड़गपुर सदर अस्पताल में आधी रात को ले जाकर पोस्टमार्टम करने के बाद रात में जला दिया गया था.
पुलिस के सहयोग से जहां भी हत्याएं हो रही हैं, वहां इसी तरह रातोंरात पोस्टमार्टम करके शव को जला दिया जा रहा है.
सारे मामले 2021 में रिओपन होंगे और जो लोग भी इसमें शामिल हैं. चाहे वह पुलिस अधिकारी हो या डॉक्टर, सबकी जांच होगी.