नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी की हुई हार, जानिए अब कैसे बनेंगी मुख्यमंत्री
डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। इस परिणाम को देखकर साफ-साफ समझा जा सकता है कि बीजेपी के साथ ‘खेला’ हो गया लेकिन इस खेला से तृणमूल कांग्रेस भी अछूता नहीं रही। ममता बनर्जी की पार्टी ने तो बहुमत का आंकड़ा पार तो किया लेकिन वह खुद अपने नाम जीत दर्ज नहीं करवा सकी।
200 से अधिक सीटों पर जीत का दावा करने वाली बीजेपी केवल 77 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। राज्य में तृणमूल कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापस आई है। लेकिन पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ही नंदीग्राम सीट से चुनाव हार गई।
आपको बता दें कि नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी ने 1957 वोटों से ममता बनर्जी को हराया। शुभेंदु अधिकारी को कुल 110776 वोट मिले जबकि ममता बनर्जी को 108808 वोट मिले। हालांकि पहले खबर आई थी कि ममता बनर्जी 1200 वोटों से आगे चल रही थी। लेकिन बाद में यह आंकड़ा बदल गया और शुभेंदु अधिकारी 1957 वोटों से जीत गए।
क्या हार कर भी बना जा सकता है सीएम?
ममता बनर्जी की हार के बाद अब राज्य के लोग इस सोच में है की हारने के बाद अब ममता बनर्जी मुख्यमंत्री कैसे बनेगी? आपको बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के लिए विधानसभा का सदस्य होना आवश्यक है या फिर विधान परिषद का भी सदस्य हो सकते हैं।
भारतीय संविधान के अनुसार विधायक पद पर ना रहते हुए भी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जा सकती है। लेकिन 6 माह के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है अथवा मुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा।
इससे पहले भी कई मुख्यमंत्री ऐसे बने जो मुख्यमंत्री बनने के बाद विधानसभा या विधान परिषद के सदस्य बने। उनके नाम है – उद्धव ठाकरे, लालू प्रसाद यादव, योगी आदित्यनाथ, नीतीश कुमार, राबड़ी देवी, कमलनाथ, तीरथ सिंह रावत।
बता दें कि नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। लेकिन उन्होंने चुनाव आयोग पर परिणामों की घोषणा के बाद कुछ हेरफेर करने का आरोप भी लगाया है। साथ ही उन्होंने इस संदर्भ में न्यायालय जाने की बात भी कही है।