पति है मनरेगा मजदूर और पत्नी बनी भाजपा के प्रत्याशी, जानिए क्या है कहानी
डेस्क: एक तरफ आरोप लगाया जाता है कि चुनाव का टिकट पाने के लिए कई नेता धन का प्रयोग करते हैं, तो वही दूसरी तरफ दिहाड़ी मजदूरी करने वाले श्रवण बाउरी की पत्नी चंदना बाउरी को भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है.
कईयों के लिए यह कल्पना करना मुश्किल हो रहा है कि कैसे एक मनरेगा मजदूर की पत्नी विधायक पद की उम्मीदवार बन गई? दरअसल चंदना पिछले सात-आठ वर्षों से भाजपा के साथ कार्यकर्ता के तौर पर जुड़ी हुई है.
जब भाजपा ने उन्हें सालतोरा विधानसभा क्षेत्र का भाजपा का प्रत्याशी बनाया, उनके लिए यह अकल्पनीय था. जब से ऐलान हुआ है कि वह सालतोरा क्षेत्र के उम्मीदवार हैं, उनकी सक्रियता काफी बढ़ गई है.
वह अपने गांव केलाई से सुबह निकल जाती है और दिन भर अपने कार्यकर्ताओं के साथ गांव गांव जाकर चुनाव का प्रचार करती है इनके विरोध में तृणमूल कांग्रेस ने संतोष मंडल को टिकट दिया है. अपने रैली में वह दिए गए भाषणों में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए सभी भ्रष्टाचार को गिनवाती है. उनका कहना है कि चुनाव के प्रचार में उनके परिवार वाले भी उनका पूरा साथ दे रहे हैं.