जेएनयू के प्रोफेसर व छात्र उतरे राजनीति में, इन पार्टियों ने दी टिकट
डेस्क: जेएनयू का कैंपस पढ़ाई से अधिक राजनीति के लिए जाना जाता है. यहां आपको अधिकांश छात्र पढ़ाई छोड़ कर राजनीतिक विचार विमर्श करते हुए आसानी से दिख जाएंगे.
लेकिन अब राजनीति में जेएनयू की भागीदारी केवल चर्चा तक ही सीमित नहीं रह गई है. जेएनयू के प्रोफेसर व छात्र अब राजनीति करने के लिए मैदान में उतर भी चुके हैं.
आपको बता दें कि सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर गोवर्धन दास को भाजपा ने पूर्वस्थली उत्तर से टिकट दिया है. वहीं सीपीएम ने भी जेएनयू छात्र संघ की की अध्यक्ष आयशी घोष व दिप्शिता धर को टिकट देकर मैदान में उतारा है.
जब जेएनयू के प्रोफेसर का नाम प्रत्याशी के तौर पर एलान किया गया, सबसे पहले उन्होंने यूनिवर्सिटी के परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा को नमन किया. वहीं से उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की.
भाजपा के इस फैसले का जेएनयू के अन्य शिक्षकों ने स्वागत किया. असिस्टेंट प्रोफेसर सौरभ शर्मा ने कहा कि पहली बार किसी प्रोफेसर को चुनाव के लिए टिकट दिया गया है. यह बहुत ही महत्वपूर्ण है.
उन्होंने गोवर्धन दास की तारीफ करते हुए कहा- वह सामाजिक कार्यों में बहुत सक्रिय रहते हैं. उन्होंने लॉकडाउन के दौरान 3 महीने में करीब 200 से अधिक लोगों के लिए भोजन का इंतजाम भी करवाया था.
आपको बता दें कि कोविड-19 पर किए गए अपने अनुसंधान के कारण गोवर्धनदास काफी चर्चित रहे थे.