व्यापारी बन कर स्टिंग करने पहुंचा पत्रकार, घूस लेते दिखे थे ममता के नेता-मंत्री
डेस्क: 2016 के मार्च में विधानसभा चुनावों से कुछ ही दिनों पहले नारद स्टिंग ऑपेरशन का वीडियो सामने आया था. इसमें ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्री, सांसद घूस लेते देखे गए थे.
यह टेप ममता बनर्जी सरकार और तृणमूल कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गया. मामला सुप्रीम कोर्ट में गया. सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है. हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था.
तब अदालत ने उसे 72 घंटे की भीतर प्राथमिक जांच रिपोर्ट जमा करने और जरूरी होने पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश भी दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह समयसीमा बढ़ा कर 30 दिन कर दी है. टीएमसी ने सुप्रीम कोर्ट में वकीलों की फौज खड़ी कर दी थी.
व्यवसायी बन कर स्टिंग करने पहुंचा था पत्रकार
नारद न्यूज के सीईओ मैथ्यू सैमुएल ने एक स्टिंग वीडियो जारी कर बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी थी. इस वीडियो में वे एक कंपनी के प्रतिनिधि के तौर पर तृणमूल कांग्रेस के सात सांसदों, तीन मंत्रियों और कोलकाता नगर निगम के मेयर शोभन चटर्जी को काम कराने के बदले मोटी रकम देते नजर आ रहे थे.