Aap और Congress की ख़राब केमिस्ट्री से बिगड़ी सीटों की गणित
डेस्क: दिल्ली में सीटों को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही नोकझोंक कम होने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को ही करीब 3 घंटे तक दोनों पार्टियों के प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक हुई। जिसके बाद दिल्ली के सातों सीटों पर कांग्रेस के ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया गया।
यदि ऐसा ही चलता रहा तो माना जा रहा है कि पक्षी गठबंधन ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकेगी। इस पर बात करते हुए दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीटों के बंटवारे पर चर्चा करना अत्यंत आवश्यक है नहीं तो ऐसी खबरें आती रहेंगी। ज्ञात हो कि इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे सहित पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जी उपस्थित थे।
कांग्रेस आलाकमान ने दावों से किया इनकार
कांग्रेस के सभी सातों सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान पर कांग्रेस ने कहा कि ऐसी कोई चर्चा बैठक में नहीं हुई है। उनका कहना है कि इस बैठक में आम आदमी पार्टी अथवा गठबंधन से संबंधित कोई भी चर्चा नहीं की गई है। वहीं संदीप दीक्षित और अजय माकन का कहना है कि INDIA गठबंधन में आम आदमी पार्टी को शामिल किए जाने पर कांग्रेस पहले से सवाल उठाती आ रही है।
इसके अलावा लोकसभा चुनाव में दिल्ली के सातों सीटों में से एक भी सीट आम आदमी पार्टी को ना दिए जाने की कांग्रेस की इच्छा भी विपक्षी गठबंधन के टूटने के आसार जता रहे हैं। आने वाले लोकसभा चुनावों में दिल्ली में सीटों की गणित विपक्षी गठबंधन पर बुरा प्रभाव डाल रही है और यह साफ-साफ देखा जा सकता है।