“हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन…” : सनातन विवाद पर कांग्रेस
डेस्क: डीएमके नेता और तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन की “सनातन धर्म को मिटाओ” टिप्पणी पर बढ़ते विवाद के बीच, कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करना उसकी विचारधारा है, लेकिन हर राजनीतिक दल को अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है।
कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा “हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है। ‘सर्व धर्म समभाव’ कांग्रेस की विचारधारा है। लेकिन आपको यह समझना होगा कि हर राजनीतिक दल को अपने विचार बताने की आजादी है…हम हर किसी के विश्वास का सम्मान करते हैं।”
यह बयान तब आया जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा के नेताओं ने उदयनिधि की टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर निशाना साधा और उन पर भारत की संस्कृति और इतिहास का अपमान करने का आरोप लगाया।
I.N.D.I.A. को घेर रही भाजपा
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को इस मामले पर कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा “राहुल गांधी जी, यह आपके सहयोगियों द्वारा सनातन धर्म का खुला अपमान है। आप चुप क्यों हैं? आप मंदिर क्यों जाते हैं? क्या यह दिखावा है?”
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उदयनिधि पर संतान धर्म के अनुयायियों के नरसंहार का आह्वान करने का आरोप लगाया। वहीं उदयनिधि ने ट्विटर पर इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने कभी भी सनातन धर्म का पालन करने वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया। सनातन धर्म एक ऐसा सिद्धांत है जो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटता है। सनातन धर्म को उखाड़ फेंकना मानवता और मानव समानता को कायम रखना है।”