राज्यपाल ने ममता बनर्जी से कहा : WHO का स्वागत और केंद्रीय टीम से बगावत ठीक नहीं
बंगाल के राज्यपाल ने फिर ममता बनर्जी से पूछे तीखे सवाल8
डेस्क: WHO का स्वागत और केंद्रीय टीम से बगावत ठीक नहीं. कुछ इसी अंजात में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल किये हैं. राज्यपाल जगदीप धनखड़ राज्य के हालात पर सरकार सरकार की गतिविधि पर पैनी नजर बनाये हुए हैं. वह लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ट्वीटर के जरिये घेरते नजर आते हैं. इसी बीच गुरुवार को भी उन्होंने मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया. उन्होंने राज्य में केंद्रीय दल के दौरे का विरोध किये जाने पर घोर नाराजगी जतायी.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर ट्वीट कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तीखे सवाल किये हैं. कोरोना की वजह से बने हालात का जायजा लेने पहुंची सेंट्रल टीम को रोके जाने पर उन्होंने ममता सरकार की निंदा करते हुए कहा है कि केंद्रीय टीम को बिना किसी रोक-टोक काम करने दिया जाना चाहिए.
Urge @MamataOfficial to ensure seamless way forward for Central Teams.
Concerned at Rebuff to Central Teams. Red Carpet visit of WHO to East Midnapur and Bishnupur. What outcome and gain of WHO visit ? Declare !
Time to take to Constitution. Let concerned handle Mikes/Brooms.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) April 23, 2020
गुरुवार की सुबह राज्यपाल ने एक ट्वीट किया है. इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग करते हुए उन्होंने कहा है: मैं ममता बनर्जी से अपील करता हूं कि केंद्रीय टीमों को सहज तरीके से अपना काम करने दिया जाये. मैं केंद्रीय टीम को लेकर चिंतित हूं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम आयी थी तो पूर्व मेदिनीपुर और विष्णुपुर गयी थी. उनके लिए सरकार ने लाल कालीन बिछाया था. सरकार घोषणा करे कि डब्ल्यूएचओ की यात्रा के क्या परिणाम और लाभ है? अब समय आ गया है कि संविधान को संभाला जाये.
चिट्ठी के जरिये राज्य सरकार कह तो रही है कि वह केंद्रीय टीम को हर तरह की मदद देगी लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही. इसी वजह से टीम अपना काम नहीं कर पा रही है.
केंद्र सरकार ने चेतावनी भरी चिट्ठी ममता सरकार को लिखा था और कहा था कि अगर राज्य सरकार असहयोग करेगी तो हम कार्रवाई करेंगे, लेकिन पिछले चार दिनों से टीम आकर बंगाल में फंसी हुई है और कोई काम नहीं कर पा रहे.