पीएम मोदी के कैबिनेट विस्तार से पहले शुरू हुई राजनीतिक हलचल, इन मंत्रियों से की गई इस्तीफे की मांग
डेस्क: कैबिनेट में बदलाव की आशंका कई दिनों से जताई जा रही थी। अब यह तय हो चुका है कि बुधवार की शाम कैबिनेट में बदलाव होंगे। कई मंत्रियों की कैबिनेट से छुट्टी होने के बाद मोदी के कैबिनेट में नए नामों से जुड़ने की अटकलें और तेज हो गई है।
कई नेताओं को पहले ही मंत्री पद से हटाकर राज्यों के राज्यपाल बना दिए गए हैं। तो कई मंत्रियों से केंद्र मंत्रालय द्वारा इस्तीफे की मांग की गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मंत्री मंडल से छुट्टी दे दी गई है। उनके खराब स्वास्थ्य को उनको मंत्रिमंडल से बाहर निकालने का वजह बताया जा रहा है।
कई मंत्रियों को हटाना तय
रमेश पोखरियाल के अलावा संतोष गंगवार और सदानंद गौड़ की भी छुट्टी हो गई है। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को भी मंत्री पद से हटाकर राज्यपाल बना दिया गया है। अतः अब वह भी मंत्री पद पर नहीं रह सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री द्वारा पश्चिम बंगाल के सांसद देवश्री चौधरी से भी मंत्री पद से इस्तीफा की मांग की गई है। इसके अलावा रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा का भी इस्तीफा लिया जा सकता है। संतोष गंगवार ने पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
नए चेहरे होंगे शामिल
कैबिनेट में कई नए चेहरे शामिल हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो इस बार उत्तर प्रदेश के कई बड़े चेहरों को कैबिनेट का हिस्सा बनाया जा सकता है। इसके लिए देश भर की अलग-अलग इलाकों से कई नेताओं को दिल्ली बुलाया गया था।
दिल्ली बुलाए गए नेताओं में प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे, सर्वानंद सोनोवाल तथा पशुपति पारस हैं। बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति पारस को कैबिनेट में शामिल करने के इस फैसले से चिराग पासवान खुश नहीं है।