कोविड के बाद अब इस रोग का पहला टीका भारत में, जल्द शुरू होगा परीक्षण
डेस्क: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने डेंगू के पहले टीके के विकास के लिए परीक्षणों के बारे में बताते हुए कहा, “परीक्षण चल रहे हैं लेकिन अभी पूरी तरह से शुरू नहीं हुए हैं क्योंकि हम कंपनी के जीएमपी उत्पाद बनाने का इंतजार कर रहे हैं जो 3 महीने पहले तक नहीं बनाया जा सका था।”
उनके अनुसार यह काम अगस्त तक ख़त्म हो जाना चाहिए। और टीके के तीसरे चरण के परीक्षणों को कुछ महीनों में शुरू किया जाना चाहिए। ज्ञात हो कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने पिछले साल नवंबर में भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से डेंगू के टीके के तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति मांगी थी।
#WATCH | Delhi | DG-ICMR Dr Rajiv Bahl speaks on trials for dengue vaccine; says, "The trials are underway but they have not yet fully started because we are waiting for the company to make the GMP product which could not be made 3 months ago. The company should be ready in… pic.twitter.com/L5ZCcpb8YP
— ANI (@ANI) May 16, 2023
साल के 10 महीनों में सबसे अधिक मामले
देश में पिछले एक दशक में डेंगू के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित सबसे हालिया डेटा में कहा गया है कि देश में जनवरी और अक्टूबर 2022 के बीच कुल 1,10,473 डेंगू के मामले दर्ज किए गए।
डेंगू विशेषज्ञ और डेंगू ग्लोबल प्रोग्राम की प्रमुख नीलिका मालविगे के अनुसार “डेंगू के लिए एक टीका विकसित करने में मुख्य चुनौतियों में से एक यह है कि वायरस के चार अलग-अलग वैरिएंट हैं, जिससे ऐसा टीका बनाना मुश्किल हो जाता है जो चारों को समान रूप से लक्षित कर सके।”
उन्होंने आगे कहा “डेंगू के टीके विकसित करने के प्रयास किए गए हैं, डेंगू के उपचार के विकास को काफी हद तक उपेक्षित किया गया है, आर्थिक तंगी के कारण डेंगू मुख्य रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देशों को प्रभावित करता है।”