8 साल की बच्ची के झूठ पर फूड डिलिवरी बॉय की पिटाई : हिमंत बिस्वा सरमा ने कही यह बात
डेस्क: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कर्नाटक के अपने समकक्ष से एक प्रवासी फूड डिलिवरी बॉय के लिए न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह किया, जिसे बेंगलुरु में एक अपार्टमेंट में रहने वालों और सुरक्षा गार्डों ने आठ साल की एक लड़की द्वारा झूठी शिकायत करने के बाद पीटा था।
बता दें कि एक 8 वर्षीय लड़की ने आरोप लगाया था कि डिलीवरी एजेंट उसे जबरदस्ती खींच कर छत पर ले गया था, लेकिन अपार्टमेंट के बगल में लगे एक सीसीटीवी से प्राप्त फुटेज से पता चला कि वह अकेले छत पर जा रही थी और वहां खेल रही थी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक ट्वीट में कहा, “झूठे आरोपों को लेकर असम के एक डिलीवरी एजेंट का तीव्र उत्पीड़न गया है, जो बेहद परेशान करने वाला है।”
उन्होंने कहा, “मैं कर्नाटक के माननीय मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि कृपया यह सुनिश्चित करें कि उक्त व्यक्ति को पर्याप्त सुरक्षा और न्याय दिया जाए।”
जानिए असल में क्या हुआ?
यह घटना 12 जून की सुबह की है जब एक दंपति अपने पांच साल के बेटे को स्कूल पहुंचाकर लौटे तो उन्होंने अपनी 8 वर्षीय बेटी को फ्लैट से गायब पाया। करीब 30 मिनट की तलाश के बाद पड़ोसियों में से एक ने लड़की को छत पर देखा। यह पूछे जाने पर कि वह वहां कैसे आई, आठ वर्षीय ने दावा किया कि एक फूड डिलिवरी बॉय ने दरवाजे की घंटी बजाई और उसे छत पर खींच कर ले गया।
जिसके बाद मुख्य प्रवेश द्वार पर सुरक्षा गार्डों को सतर्क कर दिया गया और किसी भी डिलीवरी बॉय को गेट से बाहर नहीं जाने देने के लिए कहा गया। लड़की द्वारा फूड डिलिवरी बॉय की पहचान करने के बाद, लोगों और गार्ड ने उसे पीटा और सुरक्षाकर्मियों के लिए बने एक कमरे में बंद कर दिया। जिसके बाद कुछ अन्य डिलीवरी एजेंटों ने मुख्य द्वार के पास विरोध किया, एक पुलिस गश्ती वाहन भी घटना स्थल पर पहुंची।
पुलिस ने अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए, जहां लड़की रहती थी, लेकिन छत की ओर जाने वाली सीढ़ियों को कवर करने के लिए कोई सुरक्षा कैमरा नहीं लगा था। बाद में उन्हें अपार्टमेंट के बगल में एक पेइंग गेस्ट आवास में एक सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ मिला, जिसमें पाया गया कि लड़की अकेले छत पर चली गई थी और वहां कुछ समय के लिए खेली थी। उसने यह कहते हुए झूठा दावा करने की बात कबूल की कि उसे डर था कि उसके माता-पिता पढ़ाई के दौरान खेलने के लिए उसे पीटेंगे।
फूड डिलीवरी ब्वॉय ने यह कहते हुए FIR दर्ज करवाने से इनकार कर दिया कि वह जल्द ही अपने राज्य असम में वापस लौट जाएगा। कानूनी प्रक्रियाओं में उलझ कर बेंगलुरु में अदालत में पेश होने के लिए उसके पास समय नहीं है।