हिमंत बिस्वा सरमा ने बांग्लादेशी प्रवासियों को संस्कृति के लिए बताया खतरा, बोले- कांग्रेस नए मुगल
डेस्क: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में मदरसों पर अपनी कार्रवाई जारी रखने का संकल्प लिया और कहा कि लोग मदरसों के बजाय स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त करें।
हेमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को कर्नाटक के बेलागवी में भाजपा की विजय संकल्प यात्रा को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने 600 मदरसों को बंद कर दिया है और मैं सभी मदरसों को बंद करने का इरादा रखता हूं क्योंकि हम मदरसे नहीं चाहते हैं। हम स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय चाहते हैं।”
बता दें कि असम के मुख्यमंत्री ने 2020 में एक विवादास्पद कानून पेश किया था, जिसके अनुसार सभी राज्य संचालित मदरसों को “सामान्य शिक्षा” प्रदान करने वाले “नियमित स्कूलों” में परिवर्तित किया जाना था।
उन्होंने बांग्लादेशी प्रवासियों के बारे में बात करते हुए यह दावा किया कि “बांग्लादेश से लोग असम आते हैं और हमारी सभ्यता और संस्कृति के लिए खतरा पैदा करते हैं।”
कांग्रेस ‘नए मुगल’ हैं : हिमंत बिस्वा सरमा
उन्होंने कांग्रेस और वामपंथियों पर भी निशाना साधा और उन पर तथाकथित मुगल-समर्थक नैरेटिव के साथ भारत के इतिहास को विकृत करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा “कांग्रेस और कम्युनिस्टों ने दिखाया कि भारत का इतिहास बाबर, औरंगज़ेब और शाहजहाँ के बारे में था। मैं बताना चाहता हूं कि भारत का इतिहास उनके बारे में नहीं था, बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज, गुरु गोबिंद सिंह, स्वामी विवेकानंद के बारे में था।”