विश्व के चौथे सबसे ऊँचे पर्वत पर लक्ष्मी झा ने फहराया तिरंगा, किया देश का नाम रौशन
![MOUNTAINEER LAXMI JHA](https://akjnews.com/wp-content/uploads/2023/03/MOUNTAINEER-LAXMI-JHA-780x419.jpg)
![MOUNTAINEER LAXMI JHA](https://akjnews.com/wp-content/uploads/2023/03/MOUNTAINEER-LAXMI-JHA-780x419.jpg)
डेस्क: बिहार के सहरसा जिले के बनगांव की रहने वाली लक्ष्मी झा दक्षिण अफ्रीका में दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराने वाली पहली भारतीय महिला बन गयी हैं। इस पर्वत पर चढ़ाई की शुरुआत उन्होंने 7 मार्च को किया और 8 मार्च (महिला दिवस) को वह दुनिया की चौथी सबसे ऊंची चोटी पर चढ़कर एक रिकॉर्ड बनाया।
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई 19341 फुट है। अभियान पर रवाना होने से पहले लक्ष्मी ने कहा कि जब उन्हें बिहार सरकार के कई मंत्रालयों से सहयोग नहीं मिला तो वे हिम्मत हार गईं। उन्हें लगने लगा था कि उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा, लेकिन फिर उन्हें बीजेपी के पूर्व सांसद आरके सिन्हा का साथ मिला और उनके सपनों को उड़ान मिली।
उन्होंने अपने अभियान का शुरुआत आरके सिन्हा का आशीर्वाद लेकर किया। पहले वह मुंबई पहुंची और फिर वहां से दक्षिण अफ्रीका के किलिमंजारो एयरपोर्ट के लिए रवाना हुईं। इससे पहले भी वह सिर्फ 9 दिन के भीतर नेपाल के काला पत्थर भी और माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक तिरंगा फहराकर आ चुकी है।
पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने किया मदद
पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने कहा कि लक्ष्मी के अभियान और प्रशिक्षण का खर्च वह खुद वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “लक्ष्मी के माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप पहुंचने से पहले ही मैं उनके टैलेंट को जान गया था।”
उन्होंने आगे कहा “मेरा प्रयास रहा है कि कोई भी प्रतिभा पैसे की कमी के कारण निराश न हो। उन्हें सम्मान के साथ जीवन में कुछ करने का अवसर मिलना चाहिए, यह बिहार की जनता और सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन वहां से कोई सहायता नहीं मिलने पर वे मेरे पास आते हैं। मैं उनकी हर संभव मदद करता हूं।”
अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बदौलत ही लक्ष्मी ने दुनिया के चौथे सबसे ऊंचे पर्वत पर जीत हासिल की है। उन्होंने यह कमाल मात्र 36 घंटे के अंदर कर दिखाया है। ज्ञात हो कि अफ्रीका का किलिमंजारो पर्वत ज्वालामुखीय शंकु है जिसकी समुद्र तल से 19341 फीट ऊंचा है। यह अफ्रीका का सबसे ऊंचा और विश्व का चौथा सबसे ऊंचा पर्वत है।