डेस्क: टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन काफी बेहतरीन चला आ रहा है। पहले ही सुमित अंतिल व अवनि लेखरा द्वारा गोल्ड जीते जाने के बाद अब गौतम बुद्ध नगर के DM सुहास यातिराज भी बैडमिंटन के पुरुष एकल sl4 इवेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। इसी के साथ अब वह गोल्ड मेडल से केवल एक कदम की दूरी पर हैं।
IAS के साथ-साथ पैरा एथलीट भी हैं सुहास
बैडमिंटन के पुरुष एकल श्रेणी में सुभाष की गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में दूसरे नंबर पर होती है। इसी के साथ वह 2007 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी भी हैं। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग गौतम बुद्ध नगर में है। वह प्रयागराज के भी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट रह चुके हैं। 2018 में आयोजित राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर वह नेशनल चैंपियन भी बन चुके हैं।
भारत के लिए 14वां पदक हुआ पक्का
फाइनल में पहुंचने में सुहास यातिराज को 31 मिनट का समय लगा। उन्होंने सेमीफाइनल के मैच में सेतियावान फ्रेडी को हराकर गोल्ड के लिए फाइनल मुकाबले में अपनी जगह बनाई है। बता दें कि फाइनल में उनका सामना फ्रांस के खिलाड़ी लुकास मजूर से होगा। फाइनल में प्रवेश कर सुहास ने भारत के लिए एक और पदक पक्का कर लिया है।
इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने वाले पहले ब्यूरोक्रेट
2016 में चीन के बीजिंग शहर में आयोजित प्रोफेशनल इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतकर ऐसा करने वाले सुहास पहले भारतीय ब्यूरोक्रेट बन गए हैं। साल 2016 में उन्हें उत्तर प्रदेश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “यश भारती” से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा पैरा स्पोर्ट्स में उनके योगदान के कारण “विश्व विकलांगता दिवस” के दिन राज्य सरकार ने उन्हें “बेस्ट पैरा स्पोर्ट्सपर्सन” के सम्मान से सम्मानित किया था। इसके अलावा भी वह नाना प्रकार के सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं।
पत्नी भी हैं PCS अधिकारी
IAS अधिकारी सुहास यातिराज की पत्नी ऋतु सुहास भी एक PCS अधिकारी हैं। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग प्रयागराज में एडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर के तौर पर है। 2019 के मिस इंडिया कांटेस्ट में उनकी पत्नी ऋतु सुहास मिस यूपी के तौर पर चुनी गई थी। उनके 5 वर्ष की एक बेटी है जिसका नाम सानवी है और उनका बेटा विवान अभी मात्र 2 वर्ष का है।