Lockdown 3.0: रेलवे द्वारा चलाई जा सकती है 300 स्पेशल ट्रेन!
श्रमिक स्पेशल ट्रेन 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी के लिए होगी।
डेस्क: देश में लॉकडाउन (Lockdown 3.0) का तीसरा चरण 17 मई तक चलेगा। तीसरे चरण के लॉकडाउन में सरकार की तरफ से कई तरह की छूट दी गयी है। ज्ञात हो कि गृह मंत्रालय ने भारतीय रेलवे को अलग अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचने के लिए विशेष ट्रैन चलाने को कहा था। जिसके बाद रेलवे ने कई श्रमिक स्पेशल ट्रैन चलाई।
रेलवे की माने तो सोमवार तक 58 स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था करने का काम किया जा चुका है। रेलवे मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ दिनों में 300 और चलाने के लिए रेलवे ने कमर कस ली है, सूत्रों का कहना है कि करीब 300 और स्पेशल ट्रैन चलाने के लिए सरकार रेलवे से कह सकती है।
सूत्रों की मानें तो इसके लिए केवल भेजने वाले और जहां पहुंचना है, उन राज्य की सरकारें आपस में बात कर ट्रेन चलवाने की मांग कर सकते हैं. इन ट्रेनों में प्रवासी मजदूरों के अलावा विभिन्न राज्यों में फंसे स्टूडेंट्स, शरणार्थी, टूरिस्ट को भी घर भेजने की व्यवस्था की मांग रेलवे से की जा सकती है.
इधर, विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि विदेशों में फंसे लाखों लोगों को एयर इंडिया मुफ्त में भारत लेकर आयी, लेकिन गरीब मजदूरों से गांव जाने के पैसे वसूले जा रहे हैं. इसके बाद रेलवे ने स्पष्ट कहा कि किराया मजदूरों से नहीं वसूला जा रहा है बल्कि एक मानक किराया राज्य सरकारों से लिया जा रहा है.
रेलवे की ओर से ये साफ कहा गया है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन का केवल एक गंतव्य होगा. ट्रेन बीच में कहीं नहीं रुकेगी. यही नहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेन 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी के लिए चलाने का काम रेलवे करेगी. इस तरह की हर ट्रेन में 1000 से 1200 यात्रियों को बैठने की सुविधा रेलवे की ओर से की जाएगी.
यदि आप अपने राज्य जाना चाहते है तो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में सफर कर सकते हैं. इसके लिए आपको सबसे पहले स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर आवेदन करना होगा, इसके बाद वहां के नोडल अधिकारी जो सूची तैयार करेंगे वह रेलवे को सौंपी जाएंगी.स्टेशन पर केवल उन्हीं को पहुंचने के लिए कहा गया हैं, जिन्हें प्रशासन चुनेगा.
वैसे कई जगहों से शिकायत तो ये भी आ रही है कि नोडल अधिकारी का मोबाइल बंद आ रहा है या फिर रिंग होने पर भी कोई कॉल उठा नहीं रहा।