प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक, पैतृक गांव में हो रहा महामत्युंजय मंत्र का जाप
डेस्क: ब्रेन सर्जरी के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक बनी हुई है. उन्हें फिलहाल वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया. साथ ही चिकित्सकों ने बताया कि मुखर्जी कोरोना संक्रमित है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है.
वहीं, उनके जल्द स्वस्थ होने को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला अंतर्गत पड़ने वाले पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी के पैतृक गांव मिराती में ग्रामीणों द्वारा तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया है.
प्रणब दा की सलामती को चल रहा महामृत्युंजय मंत्र का जाप
कोलकाता से करीब 180 किलोमीटर दूर स्थित मुखर्जी के पैतृक गांव मिराती के जपेश्वर शिव मंदिर में महामृत्युंजय यज्ञ चल रहा है. बताया गया कि गांव के पुजारियों द्वारा अगले तीन दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान जारी रहेगा.
ऐसी मान्यता है कि यह मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. एक मोक्ष मंत्र होने के नाते, महामृत्युंजय मंत्र दीर्घायु और अमरता प्रदान करता है.
हालत में नहीं है कोई सुधार
इधर, सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल की ओर से कहा गया कि पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी की हालत नाजुक बनी हुई है और उनकी सेहत में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है.
कोरोना संक्रमित निकले मुखर्जी
बता दें कि प्रणब मुखर्जी के सोमवार को कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. उन्हें सेना के रिसर्च ऐंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी, साथ ही कहा कि अन्य कारणों से अस्पताल गया था, जहां कोविड-19 जांच में संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व साल 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे मुखर्जी ने ट्वीट में लिखा कि मैं अनुरोध करता हूं कि जो लोग भी गत एक हफ्ते में मेरे संपर्क में आए हैं, वे खुद पृथकवास में चले जाएं और अपनी कोविड-19 की जांच कराएं.