चंद्रयान-2 विक्रम लैंडर के मलबे को खोज निकालने वाला इंजिनियर फिर से सुर्ख़ियों में
डेस्क: 2019 में विक्रम लैंडर के चंद्रमा की सतह पर उतरने के एक महीने बाद, चेन्नई के इंजीनियर शनमुगा सुब्रमण्यम ने चंद्रयान 2 क्व मलबे का पता लगाने में मदद की और सुर्खियों में आए। क्योंकि नासा ने चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर को खोजने का श्रेय उन्हें दिया।
चार साल बाद 23 अगस्त को जब पूरी दुनिया चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का बेसब्री से इंतजार कर रही है, शनमुगा इतिहास बनते देखने के लिए उत्साहित हैं। बता दें कि चेन्नई के तकनीकी विशेषज्ञ शनमुगा सुब्रमण्यम वही हैं जिन्होंने 2019 में चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विक्रम लैंडर के मलबे का पता लगाया था।
शनमुगा ने कलम को किया याद
22 अगस्त को उन्होंने ट्विटर पर चंद्रयान में अब्दुल कलाम के योगदान को याद करते हुए लिखा, “मुझे पता है कि कल भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन हो सकता है, लेकिन हमें कलाम को याद रखना चाहिए जिनके सुझाव पर इसरो ने चंद्रयान 1 में MIP को शामिल किया था।”
I know tomorrow might be a historic day for India but let us remember #Kalam on whose suggestion #ISRO included Moon Impact Probe (MIP) on Chandrayaan1 which impacted close to SouthPole. #Chandrayaan3Landing will be continuation of our ISRO's efforts which started in 2008 (1/3) pic.twitter.com/ouBaciONys
— Shan (Shanmuga Subramanian) (@Ramanean) August 22, 2023
ज्ञात हो कि चंद्रयान 3 23 अगस्त बुधवार की शाम 5.45 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने का प्रयास करेगा। लैंडिंग शाम 6.04 बजे होने की उम्मीद है। 2019 में, विक्रम लैंडर निर्धारित टचडाउन से कुछ मिनट पहले चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। लेकिन अब वैज्ञानिकों का दावा है कि चंद्रयान 3 का लैंडर दुर्घटना की स्थिति में भी सफल लैंडिंग करने में सक्षम है।