कोरोना फैलाने के लिए चीन को सजा देगा अमेरिका
चीन और WHO सही समय पर सही जानकारी सांझा करता तो विश्व को इतना हानि नहीं होता
डेस्क: अमेरिका की ट्रंप प्रशासन ने कोरोना वायरस महा’मारी से हो रही हर तरह की हानि के लिए सीधे तौर पर चीन को जिम्मेदार मानते हुए चीन को सबक सिखाने की तैयारी कर ली है।
खबरों के मुताबिक ट्रंप प्रशासन चीन को ऐसी सजा देना चाहते हैं जिसे वो लंबे समय तक याद रखे। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सहायकों को निर्देश दिये हैं कि विदेश व्यापार की नयी नीति बनाये।
चीन को मिल रही व्यापार सुविधाओं को वापस लेने का रणनीति करें। इसके आलावा चीन को दी जा रही क्रेडिट लाइन को भी रद्द किया जाये।
ट्रंप प्रशासन ने ईरान की तरह ही चीन पर भी प्रतिबंध लगाने की तैयारी भी कर ली है। ट्रंप की मंशा है कि चीन पर एक साथ इतने प्रतिबंध लगाए जायें जिससे उसकी कमर टूट जाये।
ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि जल्द ही हम अपनी अर्थव्यवस्था ठीक कर लेंगे, हमें मालूम है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने लिए कितनी सावधानी की आवश्यकता है। हम चीन को बता देंगे कि कोरोना वायरस पर उठाए गये कदम न केवल नाकाफी बल्कि दुनिया को धोखा देने वाले थे, इसलिए उसको दंड मिलना जरूरी है।
ट्रंप प्रसाशन के इन कदमों से अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसियां दबाव में हैं। उनपर दबाव है कि वो ऐसे सुबूत ढूंढ कर लायें जिससे यह साबित हो जाये कि कोरोना वायरस वुहान की लैब से ही लीक हुआ था।
बात दें कि व्हाइट हाउस में मीडिया ब्रीफिंग में ट्रंप ने इस बात के संकेत दे दिये थे कि अमेरिका चीन पर नये टैरिफ लगाने जा रहा है। चीन के खिलाफ उनके पास सबूत भी है जिस से पता चल रहा कि कोरोना चीन की ही देन है। ट्रंप तथा कई अन्य देशों का मानना है कि अगर चीन ने समय रहते सही जानकारी दी होती तो दुनिया में इतने निर्दोष लोगों की जान न जातीं।
ज्ञात हो कि सिर्फ अमेरिका में ही 10 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 62 हजार से ज्यादा अमेरिकियों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बार जोर देकर कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ मिलीभगत करके चीन ने कोरोना वायरस को फैलने का मौका दिया।
उनका कहना है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सटीक जानकारी सही समय पर चेतावनी जारी की होती तो शायद यह महा’मारी इतनी भयंकर न होती।
बात दें कि इसी आरोप के कारण ही ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को दी जाने वाली सहायता राशि बंद कर दिया है।आ