संयुक्त कृषि निदेशक की टीम अचानक पहुंची नाहर में खाद के दुकान के निरीक्षण पर, सब कुछ पाया गया नियमानुसार
डेस्क: बिहार सरकार ने उर्वरक की कालाबाजारी को रोकने के लिए सख्त रुख अपनाया हुआ है। लगातार कई जगहों पर कृषि विभाग के अधिकारी निरीक्षण के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे ही एक घटना बिहार के मधुबनी जिला में देखने को मिली जहां पटना से बिहार के कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक सह अभियंत्रण पदाधिकारी सुधीर कुमार मिश्रा की अगुवाई में एक जांच टीम निरीक्षण के लिए आई।
यह टीम बिहार के मधुबनी जिला के पंडोल प्रखंड के अंतर्गत नाहर गांव में खाद की दुकान मां दुर्गा खाद बीज भंडार का अचानक निरीक्षण करने के लिए पहुंची। हालांकि जांच के दौरान उन्हें सबकुछ नियमानुसार ही मिला। जांच टीम ने यहां के स्टॉक से लेकर पीओएस मशीन, स्टॉक बोर्ड, भंडार, पंजीकृत चालान, डिस्ट्रीब्यूटर एवं कंपनी का इनवॉइस समेत सभी चीजों का बारीकी से जांच किया। जांच के दौरान उन्हें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। इस पर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक ने संतोष जताया।
दुकान के प्रोपराइटर को किया प्रेरित
संयुक्त कृषि निदेशक सुधीर कुमार मिश्रा ने मां दुर्गा खाद बीज भंडार के प्रोपराइटर अमीर झा को इसी प्रकार इमानदारी से नियमानुसार काम करने के लिए प्रेरित किया। अमीर झा ने भी अधिकारी द्वारा संतोष जताए जाने के बाद खुशी व्यक्त की। बता दें कि इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार भी वहां मौजूद थे।
निरीक्षण के डर से आसपास की दुकानें हो गई बंद
जब पटना से आई जांच टीम के लोग अमीर झा के खाद की दुकान मां दुर्गा बीज भंडार का निरीक्षण करने लगे तो उनके आसपास के सभी दुकानदार भी जांच के डर से दुकान बंद करके चले गए। अधिकारियों द्वारा जांच किए जाने के डर से इलाके के कई उर्वरकों के दुकान बंद पाए गए।
अधिक कीमत पर उर्वरक बेचने पर होगी कार्रवाई
जांच के बाद संयुक्त कृषि निदेशक सुधीर कुमार ने कहा कि यदि किसी को भी सरकारी दर से अधिक कीमत पर उर्वरक बेचते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बिहार सरकार उर्वरक की कालाबाजारी को रोकने के लिए गंभीर रूप अपना रही है। यदि कोई दुकानदार निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर खाद बेचता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ा एक्शन लिया जा रहा है।
गौरतलब है कि उर्वरक की कालाबाजारी होने के कारण बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए पटना से एक जांच टीम गोपनीय तरीके से उर्वरक की दुकानों पर जाकर सभी चीजों की जांच कर रही है। यदि जांच में कोई गड़बड़ी पाई जाती है दुकान के प्रोपराइटर के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।