बाइक ट्रांसपोर्ट के लिए रेलवे सस्ता और तेज माध्यम, मात्र इतने रुपये में भेज सकते हैं एक जगह से दूसरे जगह
रेलवे माध्यम से बाइक या कोई भी सामान ट्रांसपोर्ट करने के लिए दो तरीके उपलब्ध हैं। पहला तरीका है लगेज और दूसरा है पार्सल। लगेज का मतलब है कि आप सामान को अपने साथ यात्रा कर किसी दूसरी जगह ले जाएं जबकि पार्सल का मतलब है कि आप उस सामान को पैक कर किसी ट्रांसपोर्ट माध्यम से दूसरी जगह भेजें। इसके लिए जहाज, एयरप्लेन और ट्रेन जैसे बहुत से विकल्प उपलब्ध हैं। लेकिन बाइक को किसी दूसरी जगह ट्रांसपोर्ट करने के लिए ट्रेन सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है।
क्या है पार्सल करने का तरीका?
बाइक को पार्सल करवाने के लिए सबसे पहले आपको नजदीकी रेलवे स्टेशन पर जाकर संबंधित जानकारी काउंटर से लेनी होगी। उसके बाद आप सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स को तैयार कर उसकी ओरिजिनल कॉपी और फोटो कॉपी अपने साथ रख लें। इसके बाद सभी डाक्यूमेंट्स को वेरीफाई किया जाएगा जिसके लिए उसकी ओरिजिनल कॉपी की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद आपकी बाइक के फ्यूल टैंक को चेक किया जाएगा। यह करना क्यों जरूरी है इस के बारे में आर्टिकल में नीचे बताया गया है।
कितना लगेगा ट्रांसपोर्ट का किराया?
रेलवे से कोई भी सामान ट्रांसपोर्ट करने से पहले उसके भाड़े की गणना सामान के वजन और दूरी के आधार पर की जाती है। यदि बात करें बाइक ट्रांसपोर्ट करने की तो पार्सल के मुकाबले लगेज का खर्चा थोड़ा ज्यादा पड़ता है। यदि बाइक को 500 किलोमीटर दूर किसी जगह भेजना हो तो आपको औसत 1200 रुपए का भाड़ा देना पड़ सकता है। लेकिन यह बात भी ध्यान रहे कि भाड़े की राशि दूसरी चीजों पर भी निर्भर करती है जिससे इसमें थोड़ा अंतर आ सकता है। भाड़े के अलावा आपको बाइक की पैकिंग पर भी लगभग 300 से ₹500 खर्च करने पड़ सकते हैं ताकि यात्रा के दौरान वह सुरक्षित रहे।
बाइक ट्रांसपोर्टिंग के समय इन बातों का रखें ध्यान
- बाइक ट्रांसपोर्ट कराने के लिए आपको एक दिन पहले ही उसकी बुकिंग करानी पड़ती है इसलिए आप जिस दिन भी अपनी बाइक एक जगह से दूसरे जगह भेजो आना चाहे उससे 1 दिन पहले उसकी बुकिंग करवा लें।
- यह बात ध्यान में रखना जरूरी है कि बाइक के साथ उसका रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और बीमा भी होना चाहिए इसके अलावा आपका आधार कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस इत्यादि भी साथ में होने चाहिए।
- किसी भी सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के समय उसकी सुरक्षा का भी उतना ही ध्यान रखना पड़ता है। बाइक के कुछ पार्ट्स ऐसे होते हैं जो थोड़ी सी टक्कर से भी डैमेज हो सकते हैं। इसके लिए आपको बाइक अच्छी तरह से पैक करवानी होगी।
- सबसे ज्यादा ध्यान रखने वाली बात यह है कि ट्रांसपोर्ट के दौरान बाइक में पेट्रोल नहीं होना चाहिए। यदि आपकी बाइक में पेट्रोल पाया गया तो आपको ₹1000 तक का जुर्माना देना पड़ सकता है।