इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से हुई छेड़छाड़? जांच में जुटी CBI, विपक्ष का हंगामा
डेस्क: उड़ीसा के बालासोर में हुए रेल हादसे की जांच अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंप दी गई है। बता दें कि सीबीआई की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे का जायजा लिया। सीबीआई के साथ-साथ गृह मंत्रालय के अधिकारी भी बालासोर पहुंचे।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीबीआई जांच की मांग रविवार को भारतीय रेलवे द्वारा की गई थी। हालांकि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने पर आपत्ति जताई है। विपक्षी दलों का सरकार पर आरोप है कि प्रारंभिक जांच सिस्टम में जानबूझकर छेड़छाड़ किए जाने के सबूतों को मिटाने के लिए CBI को भेजा गया है।
रेलवे अधिकारी ने किया सिस्टम में जानबूझकर हस्तक्षेप का दावा
सीबीआई जांच की जरूरत पर एक रेलवे अधिकारी ने आधिकारिक तौर पर बताया की प्रारंभिक जांच के दौरान ही ऐसा महसूस होने लगा था कि इस मामले को एक पेशेवर जांच एजेंसी की जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि सिस्टम में जानबूझकर हस्तक्षेप किया गया तभी यह दुर्घटना घटी। हालांकि सच क्या है यह तो जांच पूरा होने के बाद ही पता चलेगा।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र
इस हादसे की सीबीआई जांच पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं के लिए सीबीआई जवाबदेही तय नहीं कर सकती है।
साथ ही उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के रेलवे की सुरक्षा को लेकर किए गए सभी दावों को खोखला बताया और कहा कि उनके सभी खोखले दावे अब उजागर हो गए हैं। बता दें कि इस हादसे के बाद से ही सभी विपक्षी दल लगातार रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।