अटल बिहारी वाजपेई की संपत्ति कितनी थी और किसे मिली
डेस्क: आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी की पुण्यतिथि है। उनको श्रद्धांजलि देने सुबह-सुबह देश के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री सभी स्मृति स्थल पहुंचे। अटल बिहारी वाजपेई को एक ऐसे प्रधानमंत्री के तौर पर देखा जाता है, जिनकी प्रशंसा विरोधी दल के नेता उस वक्त भी करते थे और आज भी उनके विरोध में कुछ भी नहीं बोलते।
आज हम बात करेंगे दिवंगत बाजपेई जी के बारे में कुछ रोचक जानकारी और घटनाओं पर। बाजपेई जी अविवाहित थे और दो हजार अट्ठारह में लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त को उनका निधन हो गया था।
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में अटल बिहारी वाजपेई थे और जब भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार बनी तो अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री बने। वह काफी लोकप्रिय प्रधानमंत्री माने जाते हैं । वह काफी सरल और सादगी भरा जीवन गुजारते थे ।
जानिए कितनी थी संपत्ति
क्या आपको पता है उनकी संपत्ति कितनी थी और उनके निधन के बाद उस संपत्ति का मालिक कौन हुआ ? आपको बता दें कि एक प्रमाणित वेबसाइट के मुताबिक अटल बिहारी वाजपेई के निधन के वक्त उनकी संपत्ति ₹140000000 से अधिक की थी ।
अटल बिहारी वाजपेई ने विभिन्न सरकारी योजनाओं में भी निवेश कर रखा था, हालांकि 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जो एफिडेविट जमा किया था, उसमें उन्होंने अपने पास 5800000 रुपए की चल व अचल संपत्ति की घोषणा की थी । उनके इस एफिडेविट में एसबीआई के दो अकाउंट में क्रमशः 20000 और ₹382000 मौजूद थे। एसबीआई के एक और अकाउंट में 25 लाख 75 हजार 562 रुपए मौजूद थे।
विभिन्न जगहों पर पैसे निवेश कर रखे थे
अटल बिहारी वाजपेई ने विभिन्न जगहों पर अपने पैसे निवेश कर रखे थे । कई बॉन्ड खरीदे हुए थे । उन्होंने 1.20 लाख रुपए के यूनिट बॉन्ड्स खरीद रखे थे । साथ ही यूटीआई और 1993 की नेशनल सेविंग स्कीम में उन्होंने पैसे निवेश किए थे ।
वाजपेई जी इन्वेस्टमेंट को लेकर काफी जागरूक थे ।
अविवाहित थे लेकिन एक पुत्री हैं
बाजपेई जी भले ही अविवाहित थे, लेकिन उनकी एक पुत्री हैं । उनकी पुत्री का नाम नमिता है और उनके दामाद का नाम रंजन भट्टाचार्य है। नमिता उनकी दत्तक पुत्री हैं। जानकारी के अनुसार वाजपेई जी की संपत्ति उनकी दत्तक पुत्री नमिता को ही मिली। हिंदू उत्तराधिकार कानून के तहत निसंतान लोगों की संपत्ति पर उनके दत्तक पुत्र या पुत्री का अधिकार होता है ।
2005 में इस कानून में संशोधन किया गया था। अटल बिहारी वाजपेई जब अंतिम समय में बीमार चल रहे थे तो उनकी देखरेख उनकी दत्तक पुत्री नमिता और उनके पति रंजन भट्टाचार्य ही कर रहे थे । वह उनके साथ ही रहते थे। बाजपेई जी के नाम पर दिल्ली में ईस्ट ऑफ़ कैलाश में फ्लैट था। फ्लैट नंबर 509, जिसकी कीमत 2004 साल में 22 लाख रुपए थी।
संपत्ति के विस्तार की जगह देशहित को आगे रखा
वाजपेई जी की सीमित संपत्ति उनकी इमानदारी और देश भक्ति को प्रमाणित करता है । एक पार्टी प्रमुख और लंबे समय तक देश के प्रधानमंत्री रहने के बावजूद उन्होंने अपनी संपत्ति के विस्तार की जगह देश हित को आगे रखा।