कांग्रेस के वह नेता जिन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा के साथ जाना सही समझा, इस बड़े नेता का नाम भी है शामिल
डेस्क: राजनीति में कौन सा व्यक्ति कब कहां चला जाए इसका कोई भरोसा नहीं है। संभव है कि आज के कांग्रेस का कोई नेता कल भाजपा का दामन थाम ले या फिर कोई भाजपाई कल कांग्रेसी बन जाए। साल 2014 के बाद जब भाजपा सत्ता में आई तो कांग्रेस के कुछ बड़े शहरों ने भाजपा का दामन थाम लिया। ऐसे नेताओं की लिस्ट में कई नाम शामिल है जिनमें से 6 बड़े नेताओं के बारे में आज हम जानेंगे।
नारायण दत्त तिवारी ने भी भाजपा में आना सही समझा
नारायण दत्त तिवारी कांग्रेस के और से तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके थे। उत्तर प्रदेश के अलावा वह उत्तराखंड के पहले सीएम भी थे। शुरुआत से ही वह कांग्रेस पार्टी के समर्थक रहे थे। लेकिन 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल होना सही समझा। हालांकि वह अब इस दुनिया में नहीं रहे।
शंकर सिंह वाघेला ने बनाई अपनी अलग पार्टी
शंकर सिंह वाघेला कांग्रेस के वरिष्ठ एवं प्रभावशाली नेताओं में से एक थे। कांग्रेस में रहते हुए ही वह 1996 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने साथ ही मनमोहन सिंह के सरकार में उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया। लेकिन कांग्रेस द्वारा दिया गया यह सम्मान में रास नहीं आया और 2017 में उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर अपना एक अलग पार्टी बनाने का निर्णय लिया। कांग्रेस में रहने से अच्छा उन्होंने 2019 में ‘जन विकल्प मोर्चा’ नाम से अपनी अलग पार्टी बनाकर एनसीपी में जाना सही समझा। वर्तमान में वह एनसीपी का हिस्सा भी नहीं है।
2016 में कांग्रेस से भाजपा में आए विजय बहुगुणा
विजय बहुगुणा पहले कांग्रेस के बड़े नेता के साथ-साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी हुआ करते थे। इसके अलावा वह उत्तर प्रदेश के भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बाद में उन्होंने 2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी के साथ जाने का मन बना लिया। अभी भी वह भाजपा के साथ ही है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री – नारायण राणे
कांग्रेस से भाजपा में आने वाले बड़े नेताओं के लिस्ट में नारायण राणे एक प्रमुख नाम है। महाराष्ट्र कांग्रेस में नारायण राणे का नाम बहुत बड़ा हुआ करता था। शिव सेना में रहते हुए महाराष्ट्र के सीएम भी बने थे। इसके अलावा कांग्रेस के समर्थन में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि 2019 में भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री – एस कृष्ण
1994 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके एसएम कृष्णा कर्नाटक कांग्रेस के बड़े नेता थे। लेकिन 2017 में वह कांग्रेस से अलग होकर भाजपा में शामिल हो गए। बता दें कि वह मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम भी शामिल
कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम आजकल सुर्खियों में छाया हुआ है। पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री चुके हैं। लेकिन कुछ समय पहले ही उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़कर अपना अलग दल बनाने का फैसला लिया। हालांकि उनके कांग्रेस छोड़ने के बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन उन्होंने ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ के नाम से अपनी अलग पार्टी बनाई और भाजपा के समर्थन में आ गए हैं।