पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के पोते की लॉकडाउन में शादी, नियमों की अनदेखी का आरोप
शादी समारोह के कार्यक्रम को छोटा करना पड़ा और केवल परिवार के सदस्य ही शामिल हुए.
डेस्क: पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेकुलर) के प्रमुख एचडी देवेगौड़ा के पोते निखिल कुमारस्वामी की शादी में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए, जबकि कुमारस्वामी ने स्वयं कोविड-19 महामारी के चलते लागू लॉकडाउन को देखते हुए लोगों से विवाह स्थल पर नहीं आने की अपील की थी.
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल की शादी कर्नाटक के पूर्व आवास मंत्री एम कृष्णप्पा की रिश्तेदार रेवती के साथ हुई. विवाह की रस्में जद (एस) के गढ़ माने जाने वाले रामनगर जिले के बिडाडी स्थित कुमारस्वामी के केथागनहल्ली फार्महाउस में हुई.
रामनगर जिले के भाजपा अध्यक्ष एम रुद्रेश ने आरोप लगाया, ‘‘हमें सूचना मिली है कि विवाह समारोह तक जाने के लिए 150 से 200 गाड़ियों को अनुमति दी गई.यह ऐसे समय हुआ जब सामाजिक कार्यकर्ताओं को बुरी तरह से प्रभावित गरीबों की मदद के लिए भी वाहनों के परिचालन की अनुमति नहीं मिल रही है.”
उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक रामनगर कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित है और ‘‘ग्रीन जोन” में है.अगर जिले में कोविड-19 फैलता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी देवेगौड़ा परिवार की होगी.” रुद्रेश ने कहा कि वह रामनगर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर पूछेंगे कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर लोगों को जमा होने की अनुमति क्यों दी गई.हालांकि, जद (एस) के विधान पार्षद ए श्रवण ने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा, ‘मंच पर रस्मों को निभाने के लिए केवल आठ लोग मौजूद थे बजाय भीड़ के, जैसा कि दावा किया गया है.पूरे विवाह समारोह के दौरान सामाजिक दूरी का अनुपालन किया गया.”
जद(एस) नेता एनएच कोनारेड्डी ने भी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सभी नियमों का अनुपालन किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय दिशानिर्देश में जो भी कहा गया है उसका पूरी तरह से अनुपालन किया गया.सामाजिक दूरी का भी ख्याल रखा गया.”
सूत्रों ने बताया कि परिवार को कोविड-19 के मद्देनजर वृहद शादी समारोह के कार्यक्रम को छोटा करना पड़ा और केवल परिवार के सदस्य ही शामिल हुए.उल्लेखनीय है कि इस हफ्ते के शुरुआत में कुमारस्वामी ने वीडियो संदेश में कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन में भीड़ के जमा होने पर रोक है और विवाह सादगीपूर्ण पारिवारिक समारोह होगा जिसमें न्यूनतम लोग शामिल होंगे.
कुमारस्वामी ने पार्टी कार्यकर्ताओं, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों से विवाह समारोह स्थल पर नहीं आने की अपील की.उनके मुताबिक , लॉकडाउन के कारण विवाह घर पर ही कराने की योजना थी लेकिन सामाजिक दूरी को बनाए रखना चुनौती थी इसलिए विवाह रामनगर जिले में संपन्न करने का फैसला किया गया.उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में सबसे अधिक कोविड-19 के मामले आए हैं और जिला रेड जोन के रूप में चिह्नित है इसलिए भी विवाह स्थल को बदला गया.