महामारी में भारत बांट रहा दवा और पाकिस्तान आंतकवाद : सेना प्रमुख
भारत विश्व स्तर पर कोरोना महामारी से लड़ रहा है लेकिन पाकिस्तान आतंक का निर्यात करने में व्यस्त है
डेस्क: कोरोना महामारी के इस दौर में जब दुनिया और भारत महामारी से लड़ रहा है और अपने पड़ोसियों की मदद कर रहा है, लोगों को दवा दे रहा है तो ऐसे वक्त में पाकिस्तान केवल आतंकवाद एक्सपोर्ट कर रहा है. जहां हम न केवल अपने स्वयं के नागरिकों बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों में मेडिकल टीम भेजकर और दवाइयां निर्यात करके व्यस्त हैं, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान केवल आतंक का निर्यात कर रहा है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया और भारत इस महामारी के खतरे से जूझ रहे हैं, तो हमारा पड़ोसी हमारे लिए लगातार परेशानियां खड़ी कर रहा है. यह बातें सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहीं.
उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से पाकिस्तानी सेना राजौरी तथा पुंछ जिलों की नियंत्रण रेखा के साथ सटे सेक्टरों को निशाना बना रही है जिसका भारतीय जवान करारा जवाब दे रहे हैं. गुरुवार को भी पाकिस्तानी सेना ने राजौरी व पुंछ जिलों की नियंत्रण रेखा तथा कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अकारण गोलाबारी की थी जिसका भारतीय जवानों ने करारा जवाब दिया. भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना की कईं चौकियां तबाह हो गई थीं और कईं घुसपैठिए भी मारे गए थे.
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि इस समय भारत विश्व स्तर पर कोरोना महामारी से लड़ रहा है लेकिन पाकिस्तान आतंक का निर्यात करने में व्यस्त है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया और भारत इस महामारी के खतरे से जूझ रहे हैं, हमारा पड़ोसी हमारे लिए लगातार मुसीबत बना हुआ है. सेना प्रमुख के दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर के समय भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. शुक्रवार को भी पाकिस्तान ने पुंछ जिले के क़स्बा और किरनी सेक्टरों में सुबह लगभग 11 बजे संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. सेना प्रमुख अपने दौरे के दूसरे दिन कुपवाड़ा पहुंचे हैं और सैन्य अधिकारियों से मुलाक़ात करके हालातों की समीक्षा की है.
सेना प्रमुख जनरल नरवणे सुरक्षा परिदृश्य तथा कोरोना वायरस के कारण पैदा हालात का जायजा लेने के लिए श्रीनगर के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को पहुंचे हैं. गुरुवार को उन्होंने उत्तरी कमान प्रमुख वाईके जोशी की मौजूदगी में सैन्य कमांडरों के साथ सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया. इस दौरान जनरल नरवणे उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम चौकियों और घाटी के भीतरी इलाकों में महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों में गए. इसी के साथ उन्होंने अग्रिम चौकियों पर तैनात जवानों व अधिकारियों से विभिन्न मुद्दों पर फीडबैक भी लिया. इस सबके बीच सेना प्रमुख की मौजूदगी में भी पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है. सेना प्रमुख ने जवानों को हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है. जनरल नरवणे ने घाटी में शांति और सतर्कता कायम रखने के लिए और कोविड-19 को फैलने से रोकने के वास्ते लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए सभी सरकारी विभागों की प्रशंसा की.
उन्होंने कहा कि अभी तक हमारी सेना के जो जवान किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं, उन्हें वापस बैरकों में ले जाया जा रहा है. इसके लिए हमने पहले ही दो विशेष गाड़ियों से बेंगलुरु से जम्मू तक और अन्य को बेंगलुरु से गुवाहाटी तक पहुंचाया है. अब तक भारतीय सेना में केवल 8 सकारात्मक मामले हैं, जिनमें से 2 डॉक्टर और एक नर्सिंग सहायक हैं. अभी भी 4 लोगों का उपचार चल रहा है. उन्होंने बताया कि लद्दाख में सेना का एक जवान कोरोना से संक्रमित हुआ था लेकिन अब वह पूरी तरह से ठीक हो गया है और उसने ड्यूटी भी ज्वाइन कर ली है.
जनरल नरवणे का यह दौरा उस समय हो रहा है जब दुनिया में कोरोना महामारी के बीच पाकिस्तान लगातार सीमा पार से गोलीबारी कर रहा है. बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पहाड़ों पर जमी बर्फ पिघलने के बाद अब पाकिस्तान सीमापार से घुसपैठ कराने की तैयारी में है. दरअसल भारत की कार्यवाही में तबाह हुए आतंकी प्रशिक्षण शिविरों के फिर से सक्रिय होने की ख़बरों के बीच सेना प्रमुख को अपने सैनिकों में ऊर्जा भरने और कोविड-19 के खिलाफ सेना की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जाना पड़ा है.